मौसम साफ होते ही सरचू में फंसे पर्यटकों को निकालने और सीमा तक मार्ग बहाली में जुटा बीआरओ, ढाई फीट तक बर्फबारी
Himachal Pradesh Snowfall दो दिन भारी बर्फबारी होने के बाद मंगलवार को मौसम साफ हो गया है। धूप खिलते ही बीआरओ दीपक परियोजना अपनी सभी बंद सड़कों की बहाली में जुट गई है। बारालाचा व शिंकुला दर्रे में ढाई फीट बर्फबारी हुई है।
मनाली, जागरण संवाददाता। Himachal Pradesh Snowfall, दो दिन भारी बर्फबारी होने के बाद मंगलवार को मौसम साफ हो गया है। धूप खिलते ही बीआरओ दीपक परियोजना अपनी सभी बंद सड़कों की बहाली में जुट गई है। बारालाचा व शिंकुला दर्रे में ढाई फीट बर्फबारी हुई है। बारालाचा से लेह जबकि शिंकुला में बर्फबारी से जांस्कर व कारगिल का लाहुल घाटी से संपर्क कटा है। दोनों मार्ग सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं।
चीन सीमा पर बैठे देश के प्रहरियों तक रसद व अन्य जरूरी सामान बारालाचा होते हुए ही पहुंचाया जा रहा है तथा बर्फ़बारी से कुछ पर्यटक भी सरचू में फंसे हुए हैं। इन सब बातों को ध्यान में रखकर बीआरओ ने मौसम साफ होते ही बिना देरी किए अपनी सड़क बहाली शुरू कर दी है। बीआरओ की एक टीम सरचू से बारालाचा जबकि दूसरी टीम दारचा से बारालाचा की ओर बढ़ेगी। जांस्कर व कारगिल को जोड़ने के लिए बीआरओ की तीसरी टीम दारचा से शिंकुला की ओर सड़क बहाल करेगी। लाहुल व मनाली के पर्यटन स्थलों में भी बर्फबारी हुई है, पर्यटक अब बर्फीली वादियों में घूमने का आनंद ले सकेंगे।
कुंजुम मार्ग में हुई भारी बर्फबारी से स्पीति का लाहुल से संपर्क कट गया है। बीआरओ की दो टीमें ग्रांफु समदो मार्ग को बहाल करेंगी। एक टीम ग्रांफु से बातल की ओर जबकि दूसरी लोसर से बातल की ओर सड़क बहाल करेगी। सैलानियों की पहली पसंद रहने वाले 13050 फीट ऊंचे रोहतांग दर्रे में हालांकि अधिक बर्फ़बारी नहीं हुई है। लेकिन यहां बर्फबारी होने से पर्यटकों सहित कारोबारियों को काफी राहत मिली है। बीआरओ इस मार्ग की बहाली को भी अपने कदम बढ़ाएगा।
बीआरओ कमांडर कर्नल उमा शंकर ने बताया बारालाचा व शिंकुला में ढाई फीट से अधिक बर्फ पड़ी है, जबकि कुंजम दर्रे में भी डेढ़ फीट से अधिक बर्फ की मोटी परत बिछी है। उन्होंने बताया कि बीआरओ ने बारालाचा दर्रे सहित शिंकुला, कुंजम जोत व रोहतांग दर्रे की बहाली एक साथ शुरू कर दी है। बीआरओ जल्द ही सभी सड़कों को बहाल कर लेगा।