भामसं ने घेरा सचिवालय, धक्कामुक्की में कर्मचारी नेता घायल

भारतीय मजदूर संघ (भामसं) के बैनर तले शिमला में कर्मचारियों के प्रदर्शन के दौरान पुलिस से धक्कामुक्की हो गई। संघ के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इससे प्रदेश महामंत्री यशपाल हेटा और आशा वर्कर्स यूनियन की प्रदेश महामंत्री शशिलता घायल हुई हैं।

By Neeraj Kumar AzadEdited By: Publish:Mon, 29 Nov 2021 09:01 PM (IST) Updated:Mon, 29 Nov 2021 09:01 PM (IST)
भामसं ने घेरा सचिवालय, धक्कामुक्की में कर्मचारी नेता घायल
राज्य सचिवालय शिमला के बाहर धरने पर बैठे प्रदेशभर से आए कर्मचारी। जागरण

शिमला, जागरण संवाददाता। भारतीय मजदूर संघ (भामसं) के बैनर तले शिमला में कर्मचारियों के प्रदर्शन के दौरान पुलिस से धक्कामुक्की हो गई। संघ के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इससे प्रदेश महामंत्री यशपाल हेटा और आशा वर्कर्स यूनियन की प्रदेश महामंत्री शशिलता घायल हुई हैं। यशपाल हेटा को उपचार के लिए आइजीएमसी ले जाया गया।इस दौरान कर्मचारी नेता अमीचंद डोगरा, मदन राणा, मंगत राम नेगी और राकेश ने मुख्य सचिव से मुलाकात की। उन्हें मंगलवार को बैठक बुलाने का आश्वासन दिया है।

सोमवार को इससे पहले कर्मचारियों ने शिमला शहर में रैली निकाली। इस कारण पूरा कार्टरोड जाम हो गया। चौड़ा मैदान से लेकर सचिवालय तक रैली निकालते हुए भामसं के कार्यकर्ता दोपहर बाद राज्य सचिवालय पहुंचे। इसके बाद सचिवालय के बाहर चक्का जाम कर दिया। बड़ी संख्या में संघ कार्यकर्ता सचिवालय गेट के पास एकत्र हुए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस बीच कार्यकर्ताओं की ओर से गेट खोलने की भी कोशिश की गई। इस दौरान पुलिस कर्मियों के बीच धक्कामुक्की हुई।

प्रदर्शन को देखते हुए मुख्य सड़क के गेट को बंद कर दिया था। इस दौरान संजौली और पुराने बस अड्डे के रूट को छोटा शिमला से बदल दिया। इससे पहले संघ कार्यकर्ताओं ने लिफ्ट से वाया हिमलैंड और टालैंड से छोटा शिमला तक रैली निकाली। टालैंड में कार्यकर्ताओं ने चक्का जाम भी किया। इससे सर्कुलर रोड पर जाम लग गया। इस प्रदर्शन में एचआरटीसी, वन निगम, आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से लेकर अन्य संगठनों के कर्मचारी मौजूद रहे।

चौड़ा मैदान में मुख्यमंत्री पर साधा निशाना

चौड़ा मैदान में भारतीय मजदूर संघ के उत्तरी क्षेत्र के संगठन मंत्री पवन कुमार ने कर्मचारियों और मजदूरों को संबोधित किया। उन्होंने मुख्यमंत्री के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया। उन्होंने कहा कि आप जैसे किसी मुख्यमंत्री ने पेंशन चालू की थी, जो आप ही के जैसे किसी मुख्यमंत्री ने बाद में बंद कर दी। मुख्यमंत्री को अभी मंडी के लोगों ने समझाया है, लेकिन उन्हें समझ नहीं आ रहा है।

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