धर्मशाला में भाजपा जीती, कार्यकर्ता हारे, चार सीटों पर जीते निर्दलीय उम्‍मीदवार

धर्मशाला नगर निगम के चुनाव में मेयर व डिप्टी मेयर बनाने में भाजपा सफल रही है। भाजपा तो अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए जीत गई है पर कहीं न कहीं कार्यकर्ता हार गए हैं। भाजपा अाठ वार्डों पर जीती शेष में कमल का फूल नहीं खिला।

By Richa RanaEdited By: Publish:Thu, 15 Apr 2021 10:00 AM (IST) Updated:Thu, 15 Apr 2021 10:00 AM (IST)
धर्मशाला में भाजपा जीती, कार्यकर्ता हारे, चार सीटों पर जीते निर्दलीय उम्‍मीदवार
17 वार्डों में से भाजपा सीधे तौर पर अाठ पर जीती अौर शेष वार्डों में कमल का फूल नहीं खिला।

धर्मशाला, नीरज व्यास। धर्मशाला नगर निगम के चुनाव में मेयर व डिप्टी मेयर बनाने में भाजपा सफल रही है। भाजपा तो अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए जीत गई है पर कहीं न कहीं कार्यकर्ता हार गए हैं। दरअसल हुअा यह है कि पार्टी की निष्ठाओं से बंधकर कमल के फूल के चिन्ह को हासिल करने वाले पार्टी सिपाहियों को जीत दिलवाने के लिए कार्यकर्ताओं ने दिन रात एक कर दिया। 17 वार्डों में से भाजपा सीधे तौर पर अाठ पर जीती अौर शेष वार्डों में कमल का फूल नहीं खिला। जबकि पांच कांग्रेस और चार सीटों पर निर्दलीय जीत हासिल करने में सफल रहे।

भाजपा ने जैसे ही टिकट दिए तो 14 पार्टी पदाधिकारी व कर्मठ कार्यकर्ता बागी होकर निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनावी मैदान में कूद गए। एेसे में पार्टी ने होशियारी दिखाते हुए बिना समय गंवाए 14 निर्दलीय प्रत्याशियों को भाजपा से निष्कासित कर दिया अौर पद विहीन कर दिया। यही नहीं पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं को भी कमल चिन्ह जीताने का अाह्वान भी कर दिया।

अब हुअा यह कि परिणाम मुतबाकि चार निर्दलीय जीतकर अाए इनमें दो भाजपा समर्थित तो दो कांग्रेस समर्थित हैं। भाजपा ने शीर्ष पदों पर अपना कब्जा तो कर लिया, लेकिन कहीं न कहीं बिना कमल चिन्ह के जीतकर डिप्टी मेयर तक पहुंचे सर्वचंद को लेकर भाजपा कर्मठ कार्यकर्ताओं में टीस जरूर है। एेसे में धर्मशाला में भाजपा तो जीत गई पर कार्यकर्ता हार गए। 

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