मंडी संसदीय सीट पर नए चेहरे पर दांव लगाएगी भाजपा

मंडी लोकसभा सीट के उपचुनाव में भाजपा नए चेहरे पर दांव लगाएगी। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व पार्टी नेतृत्व की ओर से किसी मंत्री या विधायक को चुनाव लड़ाने की अटकलोंं पर विराम लगाने के बाद नए चेहरे को मैदान में उतारने की संभावना प्रबल हो गई है।

By Vijay BhushanEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 11:55 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 11:55 PM (IST)
मंडी संसदीय सीट पर नए चेहरे पर दांव लगाएगी भाजपा
मंडी संसदीय उपचुनाव में नया चेहरा उतारेगी भाजपा। प्रतीकात्मक

मंडी, हंसराज सैनी। मंडी लोकसभा सीट के उपचुनाव में भाजपा नए चेहरे पर दांव लगाएगी। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व पार्टी नेतृत्व की ओर से किसी मंत्री या विधायक को चुनाव लड़ाने की अटकलोंं पर विराम लगाने के बाद नए चेहरे को मैदान में उतारने की संभावना प्रबल हो गई है। लोकसभा के 2024 में होने वाले आम चुनाव को मद्देनजर रख भाजपा उम्मीदवार का चयन करेगी।

भाजपा यहां से अपने किसी हैवीवेट नेता को मैदान में उतार सकती है। पूर्वोत्तर के क्षेत्रीय संगठन मंत्री अजय जम्वाल के नाम की चर्चा अंदरखाते जोर शोर से चल रही है। अजय जंवाल शनिवार को शिमला में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मिलेंगे। हालांकि यह उनकी शिष्टाचार भेंट हैं, मगर इस भेंट को मंडी लोकसभा के उपचुनाव से जोड़ कर देखा जा रहा है। अजय जम्वाल मंडी जिले के जोगेंद्रनगर हलके के रहने वाले हैं। वह पंजाब व जम्मू कश्मीर के प्रभारी रह चुके हैं। संगठन में कार्य करने का लंबा अनुभव है। उनकी वापसी संघ व भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व पर निर्भर है। अजय जम्वाल के पिता स्वर्गीय कर्नल गंगा राम जम्वाल भाजपा के टिकट से दो बार जोगेंद्रनगर हलके से चुनाव लड़ चुके हैं। टिकट की दौड़ में भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अजय राणा, प्रवीण ठाकुर, पायल वैद्य, सेवानिवृत्त मेजर खेम ङ्क्षसह, सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर, जिला परिषद सदस्य बिहारी लाल व पूर्व सांसद महेश्वर ङ्क्षसह भी शामिल हैं। पूर्व सांसद रामस्वरूप शर्मा के स्वजन भी टिकट मिलने की उम्मीद में हैैं।

भाजपा नेतृत्व ने टिकट के मामले में अभी चुप्पी साध रखी है। दावेदार अपने स्तर पर माहौल बनाने का प्रयास कर रहे हैं। दावेदारों को भाजपा संगठन अभी कोई तवज्जो नहीं दे रहा है। उपचुनाव सितंबर में होने की संभावना जताई जा रही है। ऐसे में दावेदार भले ही जल्दबाजी में हैं मगर भाजपा नेतृत्व फूंक फूंक कर कदम रख रहा है। मंडी के सांसद रामस्वरूप के निधन से यह सीट खाली हुई है। उन्होंने दिल्ली स्थित आवास पर आत्महत्या कर ली थी।

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