Comrade Lokendra Join BJP : आनी कामरेड के गढ़ में भाजपा की सेंध, पूर्व जिला परिषद सदस्य लोकेंद्र पत्नी संग भाजपा में शामिल

Comrade Lokendra Join BJP छात्र राजनीति से सक्रिय कामरेड पूर्व जिला परिषद सदस्य लोकेंद्र कुमार पत्नी बीडीसी सदस्य सुषमा सिंह के साथ रविवार को श्वाड में भाजपा में शामिल हो गए। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भाजपा का पटका पहनाकर उनका स्वागत किया है।

By Virender KumarEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 07:03 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 07:03 PM (IST)
Comrade Lokendra Join BJP : आनी कामरेड के गढ़ में भाजपा की सेंध, पूर्व जिला परिषद सदस्य लोकेंद्र पत्नी संग भाजपा में शामिल
पूर्व जिला परिषद सदस्य कामरेड लोकेंद्र पत्नी संग भाजपा में शामिल हुए। जागरण

कुल्‍लू, दविंद्र ठाकुर।

Comrade Lokendra Join BJP, छात्र राजनीति से सक्रिय कामरेड पूर्व जिला परिषद सदस्य लोकेंद्र कुमार पत्नी बीडीसी सदस्य सुषमा सिंह के साथ रविवार को श्वाड में भाजपा में शामिल हो गए। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भाजपा का पटका पहनाकर उनका स्वागत किया है।

आनी कामरेड का गढ़ माना जाता है। कामरेड के गढ़ में भाजपा ने सेंध मार दी है। यहां से डा. ओंकार शाद प्रदेश माकपा के बड़े ओहदे पर हैं। ऐसे में आनी क्षेत्र से माकपा का एक अच्छा जनाधार है और लोकेंद्र के भाजपा में शामिल होने से माकपा को भी बड़ा झटका लगा है। हालांकि पहले ही कामरेड लोकेंद्र माकपा से पांच अगस्त 2021 को इस्तीफा दे चुके थे और अपने ही दल से काफी नाराज चल रहे थे। ऐसे में उन्होंने भाजपा में अपना भविष्य नजर आया और वह भाजपा में शामिल हो गए। अब मंडी संसदीय उपचुनाव को लेकर कांग्रेस पर भी इसका साफ असर दिखाई दे रहा है। उपचुनाव में कामरेड का अपना उम्मीदवार न होने के चलते कामरेड का रूझान हमेशा से कांग्रेस के साथ रहा है, लेकिन अब कामरेड का एक बड़ा जनाधार लोकेंद्र के साथ जा सकता है। क्योंकि पूर्व में भारी मतों के साथ लोकेंद्र कामरेड से जीत कर जिला परिषद के सदस्य चुने गए हैं।

इसके बाद अभी हाल ही में हुए बीडीसी के चुनाव में उनकी धर्म पत्नी सुमषा सिंह 1800 मतों से विजयी हुई। उन्हें कुल 2800 मत पड़े हैं। ऐसे में क्षेत्र में उनका अपना जनाधार है।

कब क्या हुआ

कामरेड लोकेंद्र 2007 से एसएफआइ से जुड़े और इसके बाद विश्विद्यालय में एसएफआइ उपाध्यक्ष के पद पर भी रहे। यहीं से उनका राजनीतिक सफर शुरू हुआ और इसके बाद वर्ष 2015 में जिला परिषद के चुनाव लड़े जिसमें उन्हें 5598 मत पड़े और वह 130 मतों से विजयी हुए। इसके बाद उन्हें माकपा की ओर से विधायक का टिकट मिला और चुनाव लड़े जिसमें उन्हें 4700 मत पड़े थे।

बीडीसी अध्यक्ष के चुनाव में ठनी

बीडीसी के चुनाव के बाद बीडीसी अध्यक्ष पद के लिए सुषमा सिंह भी उम्मीदवार थी। ऐसे में कामरेड लोकेंद्र पर दबाव बना रहे थे कि सुषमा सिंह कांग्रेस को अपना समर्थन दे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसके बाद से लगातार वह अपने ही दल से काफी नाराज चल रहे थे।

एपीएमसी अध्यक्ष अमर ठाकुर का बढ़ा कद

कामरेड लोकेंद्र के भाजपा में मिलने से भाजपा के दिग्गज नेता एपीएमसी कुल्लू लाहुल-स्पीति के अध्यक्ष अमर ठाकुर का कद भी बढ़ा है। भाजपा में अमर ठाकुर की अच्छी पैठ मानी जाती है। ऐसे में अब भाजपा में कई सदस्य के मिलने से उनका जनाधार भी लगातार बढ़ता हुआ नजर आ रहा है।

क्या कहते हैं लोकेंद्र

भाजपा में शामिल हुए लोकेंद्र ने कहा कि उनके पूर्वज भाजपा के कर्मठ कार्यकर्ता रहे हैं। उन्हें आज तक जो साथ मिला वह भी ज्यादातर भाजपा के लोगों से ही मिला है। आज ही से भाजपा के लिए प्रचार प्रसार किया जाएगा और एक कार्यकर्ता के तौर पर कार्य करूंगा।

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