भाजपा विधायक धवाला ने कहा तानाशाही से नहीं चल सकते सरकार व संगठन
राजधानी शिमला की ठंडी हवाओं के बीच भाजपा ने मिशन-2022 के लिए तीन दिन तक मंथन किया। मंथन को गुजरे चंद घंटे ही गुजरे थे कि शनिवार को राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता धवाला ने कहा कि तानाशाही से सरकार और संगठन नहीं चल सकते।
शिमला, राज्य ब्यूरो। राजधानी शिमला की ठंडी हवाओं के बीच भाजपा ने मिशन-2022 के लिए तीन दिन तक मंथन किया। मंथन को गुजरे चंद घंटे ही गुजरे थे कि शनिवार को राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता रमेश चंद धवाला ने कहा कि तानाशाही से सरकार और संगठन नहीं चल सकते। दोनों तरफ से सामूहिक संवाद से आगे बढ़ा जा सकता है, लेकिन ऐसा हो नहीं रहा। ज्वालामुखी से भाजपा विधायक रमेश धवाला संगठन व सरकार पर तीखा हमला बोला है। धवाला पहले भी प्रदेश भाजपा संगठन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा चुके हैं।
शिमला स्थित राज्य सचिवालय में उन्होंने पत्रकारों से कहा कि कुछ लोगों की ओर से उन्हें कमजोर करने का प्रयास अभी रोका नहीं गया है। उन्होंने माना कि गलतियां मुझसे भी हुई होंगी तो दूसरी ओर से भी की जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि किसी को भूलना नहीं चाहिए कि मैंने पार्टी को खून से सींचा है। 1998 में मेेरे समर्थन से ही भाजपा-हिविकां गठबंधन सरकार बनी थी। उस समय का विवाद अभी तक नहीं सुलझा है। याद रखना चाहिए कि राजनीति विश्वास से चलती है और आगे बढ़ती है। तीन दिन की मंथन बैठक में प्रदेश भाजपा प्रभारी व सह प्रभारी आए थे। मैंने भी विस्तारपूर्वक अपना पक्ष रखा। प्रत्येक विधायक के साथ सरकार व संगठन का तालमेल होना चाहिए।
ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाला मंडल आठ माह तक भंग रहा। ऐसे में लोगों को किस तरह से अपने साथ जोड़ा जा सकता था। धवाला ने कहा कि मेरे क्षेत्र में समानांतर लोग खड़े किए गए। बताया जाए ऐसे में पार्टी कार्यकर्ता का मनोबल टूटेगा या नहीं? हम चाहते हैं कि भाजपा फिर सरकार बनाए, लेकिन ऐसे हालात में विधानसभा चुनाव कैसे जीता जा सकता है? प्रदेश सरकार विकास कार्य कर रही है, मगर धरातल पर वह कार्य दिखने भी चाहिए।