अर्की उपचुनावों के लिए भाजपा ने बनाई समिति, बिंदल को बनाया प्रभारी, टीम में सहजल और जंवाल भी शामिल

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप ने अर्की विधानसभा उप - चुनाव के लिए विधायक एवं पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल को प्रभारी स्वास्थ्य मंत्री डॉ राजीव सैजल को सह प्रभारी और प्रदेश महामंत्री त्रिलोक जंवाल को संगठन समन्यक नियुक्त किया है।

By Richa RanaEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 05:43 PM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 05:43 PM (IST)
अर्की उपचुनावों के लिए भाजपा ने बनाई समिति, बिंदल को बनाया प्रभारी, टीम में सहजल और जंवाल भी शामिल
सुरेश कश्यप ने अर्की विधानसभा उप - चुनाव के लिए डॉ राजीव बिंदल को प्रभारी ब्‍नाया है।

शिमला, जागरण संवाददाता। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप ने अर्की विधानसभा उप - चुनाव के लिए विधायक एवं पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल को प्रभारी, स्वास्थ्य मंत्री डॉ राजीव सैजल को सह प्रभारी और प्रदेश महामंत्री त्रिलोक जंवाल को संगठन समन्यक नियुक्त किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने प्रदेश में होने वाले उप - चुनावों के मद्देनजर संगठन के तौर पर अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं।

पार्टी पूरी एकजुटता के साथ इन उप - चुनावों में जनता के बीच जाएगी और निश्चित तौर से इन उप चुनावों में जीत दर्ज करेगी । भाजपा इससे पहले मंडी, फतेहपुर व जुब्बल कोटखाई के लिए भी चुनावों के लिए प्रभारी तैनात कर दिए हैं। अर्की में भाजपा के नेताओं के बीच में आपसी जंग चली है। हालांकि पार्टी के प्रभारी खुद जाकर एक बार सभी को समझा चुके हैं. ऐसे में उम्मीद लगाई जा रही है कि भाजपा के इस कमेटी को मशक्कत कम ही करनी पड़ेगी। दूसरी तरफ फील्ड में काम कर रहे नेता मानते हैं कि भाजपा को अर्की में सभी को सहमति बनाने के लिए पसीना बहाना होगा।

भाजपा ने चुनावों की तैयारी के लिए कमेटी भले ही सोमवार को बनाई है, लेकिन पार्टी की ओर से इसका काम फील्ड पर पहले से शुरू कर दिया है। अर्की में पूर्व विधायक गोविंद राम शर्मा व पूर्व में पार्टी के प्रत्याशी रहे रत्नपाल के बीच में जंग चली है। इनके समर्थक भी आमने सामने हो सकते हैं। पार्टी इन दोनों नेताओं के बीच में तालमेल बिठाने में जुटी है। इसके लिए दोनों से पूर्व में मंत्री रहे डा. राजीव बिंदल और वर्तमान में मंत्री डा. राजीव सहजल दोनों को ही कमेटी में शामिल किया है। भले ही अभी उप चुनावों की अधिसूचना तक नहीं हुई है, लेकिन सत्ता में होने के कारण भाजपा ने इन उप चुनावों के लिए पूरी गंभीरता से काम करना शुरू कर दिया है।

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