वायरल पत्र पर पूर्व मंत्री रवि के खिलाफ कार्रवाई तय, परमार बोले- पार्टी को भी कमजोर करने का हुआ प्रयास
भाजपा के पत्र बम प्रकरण में रविंद्र रवि का नाम खुलकर सामने आने के बाद उन पर कार्रवाई की तलवार लटक सकती है।
धर्मशाला, जेएनएन। भाजपा के पत्र बम प्रकरण में रविंद्र रवि का नाम खुलकर सामने आने के बाद उन पर कार्रवाई की तलवार लटक सकती है। बताया जा रहा है भाजपा हाईकमान के पास सारा मामला पहुंच गया है व अब कार्रवाई हो सकती है। फॉरेंसिक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि लेटर को वायरल करने के लिए भाजपा नेता एवं पूर्व मंत्री रविंद्र रवि ने ही कहा था। इस लेटर में स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए थे। वहीं शांता कुमार को भी इस पत्र में लपेटा गया था। ऐसे में सरकार पर मामले में जल्द कार्रवाई का दबाव बन गया था। फॉरेंसिक टीम की ओर से मोबाइल की जांच में पूर्व मंत्री का नाम उजागर हो गया।
अब स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने इस प्रकरण की जड़ तक जाने की मांग की है। परमार ने कहा कि वह मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से आग्रह करेंगे कि मामले की जांच गहराई तक हो, ताकि नकारात्मक मनोवृत्ति वाले षड्यंत्रकारी सामने आ सकें व दोबारा ईमानदार सरकार के कार्य में व्यवधान न डाल सकें। परमार ने कहा एफआइआर पूर्व मंत्री के खिलाफ नहीं थी, बल्कि उस शख्स के खिलाफ थी जिसने यह मैसेज वायरल किया था। अगर कोई खुद को बेकसूर मानता है तो उन्हें यह पत्र उसी समय संगठन और सरकार के ध्यान में लाना चाहिए था। परमार ने कहा यह प्रकरण सरकार के लिए ही नहीं, बल्कि पार्टी को भी घातक और कमजोर करने का प्रयास था।
उधर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सत्ती ने मामले पर कुछ भी स्पष्ट रूप से कहने से मना कर दिया। उन्होंने अभी वह कुछ नहीं कह सकते, मीडिया के माध्यम से ही सूचना मिली है। आने वाले दिनों में देखते हैं क्या होता है। मामला पार्टी आलाकमान के पास पहुंच गया है।