धर्मशाला में निर्दलीय उम्मीदवारों पर भाजपा और कांग्रेस नेताओं की नजर, बागियों को गले लगाना बना मजबूरी
Dharamshala Municipal Corporation कांग्रेस को छोड़कर आजाद प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ने वाले व भाजपा को छोड़कर आजाद उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़कर विजयश्री प्राप्त करने वाले उम्मीदवार किसका दामन थामेंगे इस पर सब की नजरें लगी हुई हैं।
धर्मशाला, जागरण संवाददाता। Dharamshala Municipal Corporation, कांग्रेस को छोड़कर आजाद प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ने वाले व भाजपा को छोड़कर आजाद उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़कर विजयश्री प्राप्त करने वाले उम्मीदवार किसका दामन थामेंगे, इस पर सब की नजरें लगी हुई हैं। भाजपा के बागी क्या भाजपा का दामन थामेंगे या फिर कांग्रेस के बागी पार्टी का दामन थामेंगे। धर्मशाला नगर निगम में 17 वार्ड हैं और इनमें 8 उम्मीदवार भाजपा के, पांच कांग्रेस व चार निर्दलीय जीते हैं। आजाद चार उम्मीदवारों में सकोह की आजाद प्रत्याशी सुषमा कांग्रेस छोड़ आजाद, बड़ौल की स्वर्णा टिकट न मिलने पर कांग्रेस छोड़ आजाद चुनाव में उतरी थीं और जीत भी हासिल की।
सिद्धपुर वार्ड से सर्व चंद भाजपा से टिकट न मिलने पर आजाद उम्मीदवार मैदान में उतरे व जीते। वहीं सिद्धबाड़ी वार्ड से नया चेहरा डिंपल ने मैदान मारा है। अब यह देखना है कि पार्टी से बागी हुए इन आजाद उम्मीदवारों को पार्टी गले लगाती है या पहले ही निष्कासन का ऐलान कर चुकी पार्टियां अपने कहे पर कायम रहती हैं। खैर महापौर व उपमहापौर बनाने के लिए निर्दलीयों का साथ जरूरी और मजबूरी भी है।