जवानों के सर्वोच्च बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता: बिक्रम ठाकुर

बिक्रम ठाकुर ने कहा है कि देश के वीर जवानों की शहादत को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता है। उनके अदम्य साहस और सर्वोच्च बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा। कारगिल विजय दिवस की 22वीं वर्षगांठ पर आयोजित कार्यक्रम में बिक्रम ठाकुर बतौर मुख्यातिथि मौजूद थे।

By Richa RanaEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 04:01 PM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 04:01 PM (IST)
जवानों के सर्वोच्च बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता: बिक्रम ठाकुर
जवानों की शहादत को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता है।

फतेहपुर, रविंद्र मेहरा। उद्योग, परिवहन तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री बिक्रम ठाकुर ने कहा है कि देश के वीर जवानों की शहादत को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता है। उनके अदम्य साहस और सर्वोच्च बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा। वह आज सोमवार को फतेहपुर उपमंडल के बरोट में कारगिल विजय दिवस की 22वीं वर्षगांठ पर आयोजित कार्यक्रम में बिक्रम ठाकुर बतौर मुख्यातिथि मौजूद थे।

कार्यक्रम में सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर बेअंत परमार, ब्रिगेडियर पवन कुमार तथा कैप्टन श्याम सिंह ने विशेष अतिथि के रूप में शिरकत की। उद्योग मंत्री ने कारगिल विजय दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि कारगिल युद्ध भारतीय सेना के गौरवमयी इतिहास और संयम का एक सुनहरा अध्याय है। उन्होंने कहा कि प्रदेश का इतिहास पराक्रम, शौर्य और बलिदान से ओत-प्रोत रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश देवभूमि के साथ वीरभूमि भी है। उन्होंने कहा कि हिमाचल गौरवान्वित है कि आजादी से पहले और बाद में देश में जितने भी युद्ध हुए यहां के वीरों ने देश का सिर गर्व से ऊंचा किया है।

उद्योग मंत्री ने कहा कि भारत आज सशक्त बन चुका है। भारत की सेना का दुनिया में लोहा माना जाता है। उन्होंने कहा कि केंद्र तथा प्रदेश सरकार पूर्व सैनिकों तथा उनके परिवारों के साथ हमेशा खड़ी है । उन्होंने वन रैंक, वन पेंशन पर बोलते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने ही पूर्व सैनिकों की इस वर्षों पुरानी मांग को पूरा किया है। उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिकों की मांगों के प्रति प्रदेश सरकार गंभीर है तथा उनकी उचित मांगों को प्राथमिकता के आधार पूरा करने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि फ़तेहपुर में बनने वाले स्मारक के कार्य बारे विस्तृत रिपोर्ट लेकर जल्दी ही निर्माण कार्य को पूरा करने की दिशा में विशेष कदम उठाए जाएंगे।

उद्योग मंत्री ने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों को नमन करते हुए उनके चित्र पर अपने श्रद्धासुमन भी अर्पित किए। उन्होंने ऑपरेशन कारगिल में शहीद हुए वीर जवानों के परिवारों के अतिरिक्त विभिन्न युद्धों में हिस्सा ले चुके पूर्व सैनिकों व वीर योद्धाओं तथा वरिष्ठ पूर्व सैनिकों को भी सम्मानित किया। इस मौके पर राज्यसभा के पूर्व सांसद कृपाल परमार ने भी अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना का अपना गौरवमयी इतिहास है। उनके सर्वोच्च बलिदान के लिए देश उनका सदा ऋणी रहेगा। हमारा दायित्व है कि उनके परिवारों के हितों का ध्यान रखें। सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर बेअंत परमार तथा पवन कुमार ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

ये रहे मौजूद

सामान्य उद्योग निगम के उपाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक मनोहर धीमान, बीडीसी फतेहपुर की अध्यक्ष निशा शर्मा, नायब तहसीलदार सुशील शर्मा, सीडीपीओ रंजीत सिंह, प्रदेश किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष जगदेव सिंह, संगठनात्मक ज़िला नूरपुर के अध्यक्ष रमेश राणा, मंडलाध्यक्ष करतार पठानिया, महामंत्री डॉ सतीश शर्मा, पूर्व सैनिक,वीर नारियां व अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।

chat bot
आपका साथी