पंचायत प्रधानों के आगे झुका प्रशासन

जागरण संवाददाता धर्मशाला विकास खंड धर्मशाला में एक पंचायत सचिव के तबादले पर उपजे विवाद पर 27 पंचायतों के प्रतिनिधियों के इस्तीफे के बाद जिला प्रशासन झुका गया है और उनकी मांग मान ली है। अब प्रशासन ने तय किया है कि उक्त पंचायत सचिव को फील्ड यानी पंचायत में तैनात नहीं किया जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 04:25 AM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 04:25 AM (IST)
पंचायत प्रधानों के आगे झुका प्रशासन
पंचायत प्रधानों के आगे झुका प्रशासन

जागरण संवाददाता, धर्मशाला : विकास खंड धर्मशाला में एक पंचायत सचिव के तबादले पर उपजे विवाद पर 27 पंचायतों के प्रतिनिधियों के इस्तीफे के बाद जिला प्रशासन झुका गया है और उनकी मांग मान ली है। अब प्रशासन ने तय किया है कि उक्त पंचायत सचिव को फील्ड यानी पंचायत में तैनात नहीं किया जाएगा। उसे जिला ग्रामीण विकास अभिकरण (डीआरडीए)कार्यालय धर्मशाला में ही रखा जाएगा। प्रशासन के इस फैसले के बाद पंचायत प्रधानों व उपप्रधानों ने बुधवार को इस्तीफे वापस ले लिए।

विकास खंड धर्मशाला के प्रधानों व उपप्रधानों ने बुधवार को उपायुक्त कांगड़ा डा. निपुण जिदल से बैठक की। इस दौरान इस्तीफे वापस लेने के साथ ही यह निर्णय भी लिया कि अगर सचिव को दोबारा से धर्मशाला ब्लाक की किसी भी पंचायत में तैनात किया तो वे उग्र आंदोलन शुरू कर देंगे। पंचायत प्रधान-उपप्रधान संगठन धर्मशाला के प्रधान सुरेश कुमार ने कहा कि इससे पहले यह पंचायत सचिव ब्लाक धर्मशाला की पंचायतों में तैनात था। उन्होंने आरोप लगाया कि उक्त सचिव पंचायतों में विकास कार्य नहीं होने देता था और इस कारण ही उन्होंने विरोध जताकर डीआरडीए कार्यालय में तैनात करवाया था। तर्क दिया कि अभी उक्त सचिव की डीआरडीए कार्यालय में तैनाती को एक माह ही हुआ था कि उसे फिर से ब्लाक धर्मशाला की एक पंचायत मेंतैनात किया जा रहा था। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी है कि ऐसा होने पर वे इस्तीफा लेंगे। बैठक के दौरान सचिव मामले के अलावा पंचायतों में कार्याें को लेकर आ रही समस्याओं पर भी चर्चा हुई। उधर उपायुक्त कांगड़ा डा. निपुण जिदल ने बताया कि पंचायत प्रधानों-उपप्रधानों के साथ बुधवार को बैठक हुई थी। उनकी मांग के अनुसार पंचायत सचिव का तबादला आदेश रद कर दिया है। उन्होंने बताया कि सभी पंचायत प्रतिनिधियों ने इस्तीफे वापस ले लिए हैं।

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