मेकअप का सामान हो या ड्रेस, हर चीज मैचिंग चाहिए

संवाद सहयोगी देहरा अखंड सुहाग की कामना के पर्व करवाचौथ के लिए इन दिनों बाजारों में भीड़ है। सोने-चांदी के आभूषण साडि़यों सहित सौंदर्य प्रसाधन सामग्री और चूड़ियों की दुकानों पर महिलाओं की भीड़ है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 06:00 AM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 06:00 AM (IST)
मेकअप का सामान हो या ड्रेस, हर चीज मैचिंग चाहिए
मेकअप का सामान हो या ड्रेस, हर चीज मैचिंग चाहिए

संवाद सहयोगी, देहरा : अखंड सुहाग की कामना के पर्व करवाचौथ के लिए इन दिनों बाजारों में भीड़ है। सोने-चांदी के आभूषण, साडि़यों सहित सौंदर्य प्रसाधन सामग्री और चूड़ियों की दुकानों पर महिलाओं की भीड़ है।

कुछ दुकानदारों का कहना है कि कोरोना की वजह से अभी तक उनका कारोबार पहले जितना नहीं हो पा रहा है। साथ ही महिलाओं का कहना है कि वे दूसरे खर्चो में कटौती कर लेंगी, लेकिन सुहाग की सलामती के पर्व पर किसी भी चीज से समझौता नहीं कर सकती हैं। महिलाएं बिदी-लिपिस्टिक से लेकर कपड़ों की खरीदारी करते समय मैचिग का ख्याल रख रही हैं। इलाके के बाजारों में आजकल आम दिनों के मुकाबले ज्यादा भीड़ है। खासकर मनियारी और कपड़ों की दुकानों पर महिलाओं की ज्यादा भीड़ नजर आ रही है। कोरोना महामारी से उपजे हालात से मंदी की मार झेल रहे व्यापारियों को कुछ राहत की उम्मीद है।

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यह मेरा पहला करवाचौथ है। निसंदेह हर वर्ग पर कोरोना का असर पड़ा है, लेकिन मैं इस पर्व पर किसी तरह का कोई समझौता नहीं कर सकती।

रुचि शर्मा

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पिछले साल कोरोना की वजह से करवाचौथ फीका रहा था। इस बार हालात में कुछ सुधार है। इस पर्व को लेकर महिलाओं में पहले जैसा उत्साह नजर आ रहा है।

मोनिका

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करवाचौथ हर महिला के लिए विशेष महत्व रखता है। माना कि महंगाई है, लेकिन इस पर्व पर सजने-संवरने से कोई समझौता नहीं किया जा सकता।

सुनीता

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हर महिला को करवाचौथ का बेसब्री से इंतजार रहता है। सजने-संवरने से लेकर इस पर्व से जुड़े दूसरे रिवाजों को लेकर हर महिला उत्साहित है।

-प्राची वालिया

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पिछले साल के मुकाबले इस बार कारोबार में सुधार है। महिलाएं मेकअप से लेकर कपड़ों व जूतों तक की खरीदारी में मैचिग का ध्यान रख रही हैं। लग रहा है कि दो-तीन दिन में सालभर का घाटा पूरा हो जाएगा।

-विकास पंडित

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कारोबार पर अभी तक कोरोना महामारी का असर साफ नजर आ रहा है। पिछले कुछ वर्षों के मुकाबले कारोबार काफी मंदा है। उम्मीद है कि हालात सुधरेंगे।

-रोमी

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करवाचौथ से कारोबार को राहत मिलने की काफी उम्मीद थी। कारोबार बढ़ा जरूर है, लेकिन पहले के स्तर पर नहीं पहुंच पाया है। धीरे-धीरे हालात सुधरेंगे।

-अभिनव वालिया

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