बगलामुखी मंदिर में लंगर बंद होने पर ट्रस्ट गरीबों में बांट रहा राशन, दरगेला पंचायत में की लोगों की मदद
Baglamukhi Temple Trust शक्तिपीठ बगलामुखी मंदिर संचालन ट्रस्ट ने कोरोना के इस काल में एक बार फिर सराहनीय कदम उठा गरीबों की भलाई का काम किया है। टीम ने शाहपुर के दरगेला पंचायत में आकर यहां के गरीब लोगों को उनकी मूलभूत जरूरतों से संबंधित साजो-सामान वितरित किया है।
धर्मशाला, जागरण संवाददाता। Baglamukhi Temple Trust, शक्तिपीठ बगलामुखी मंदिर संचालन ट्रस्ट ने कोरोना के इस काल में एक बार फिर सराहनीय कदम उठा गरीबों की भलाई का काम किया है। मंदिर ट्रस्ट के चेयरमैन और मंदिर के महंत रजत गिरी की अगुवाई में उनकी टीम ने शाहपुर के दरगेला पंचायत में आकर यहां के गरीब लोगों को उनकी मूलभूत जरूरतों से संबंधित साजो-सामान वितरित किया है। मंहत रजत गिरी की ओर से पंचायत दरगेला की प्रधान भारती देवी की अगुवाई में पंचायत के उन लोगों को राशन और जरूरी जीवनरक्षक दवाएं मुहैया करवाई हैं। जिनके परिवार में आज भी चूल्हा मुश्किल से जलता है और इलाज के लिए परेशानी से दो-चार होना पड़ता है।
पंचायत प्रधान भारती देवी ने बताया उन्हें जानकारी मिली थी कि बगुलामुखी मंदिर ट्रस्ट बड़े स्तर पर गरीब लोगों के उत्थान के लिए घर-द्वार जाकर सेवा का कार्य कर रहा है, तो उनकी ओर से भी इस ट्रस्ट के सदस्यों के साथ संपर्क किया गया, तो उन्हें भी ट्रस्ट की ओर से सकारात्मक सहयोग मिला और बकायदा गरीब तबके के उत्थान के लिए उन्होंने न केवल राशन बल्कि कुछ मूलभूत दवाएं, सैनिटाइजर और मास्क आदि भी मुहैया करवाने की हामी भरी। उन्होंने कहा अगर आगे भी ज़रूरत हुई तो वो लोग बेझिझक उनके साथ संपर्क करें।
वहीं मंदिर ट्रस्ट के चेयरमैन महंत रजत गिरी की मानें तो कोरोना के इस काल में मंदिर के कपाट बंद हैं। ऐसे में जो टनों के हिसाब से मंदिर के अंदर भंडारे के लिए राशन की खपत होती थी। आज वो पूरी तरह से बंद हो चुकी है। ऐसे में वो राशन क्यों न गरीब लोगों को उनके घर द्वार जाकर बांटा जाए यही मनसा लिए बीते दो साल से घर-द्वार जाकर राशन वितरित कर रहे हैं, अब तो पंचायतों से भी फोन आने शुरू हो गए हैं। जहां से भी लोग उनके साथ संपर्क करते हैं वो वहां पहुंच जाते हैं और वहां के पंचायत प्रतिनिधियों की अगुवाई में गरीब लोगों को नर सेवा नारायण सेवा के तहत ये सुविधा मुहैया करवाते हैं। उन्होंने कहा कि वह ये काम आजीवन करते रहेंगे, ऐसा करने में उन्हें जीवन की सार्थकता सिद्ध होती हुई नज़र आ रही है।