2018 में स्वास्थ्य विभाग ने सील किया था राजा का तालाब स्थित निजी अस्पताल

BJP Leader Viral Audio उपमंडल फतेहपुर के तहत राजा का तालाब स्थित जिस निजी अस्पताल में अव्यवस्था को लेकर बीएमओ व पूर्व राज्यसभा सदस्य कृपाल परमार का ऑडियो वायरल हुआ है वह हॉस्पिटल पहले भी विवादों में रहा है।

By Edited By: Publish:Sun, 09 May 2021 05:17 AM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 11:02 AM (IST)
2018 में स्वास्थ्य विभाग ने सील किया था राजा का तालाब स्थित निजी अस्पताल
उपमंडल फतेहपुर के तहत राजा का तालाब स्थित जिस निजी अस्पताल

धर्मशाला, मुनीष गारिया। उपमंडल फतेहपुर के तहत राजा का तालाब स्थित जिस निजी अस्पताल में अव्यवस्था को लेकर बीएमओ व पूर्व राज्यसभा सदस्य कृपाल परमार का ऑडियो वायरल हुआ है, वह हॉस्पिटल पहले भी विवादों में रहा है। अनियमितताओं पर स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल को 2018 को सील किया था। 11 जुलाई, 2018 को रैहन के परड़ूही गांव के कर्म चंद को अचानक पेट में दर्द हुआ तो स्वजन उसे उक्त अस्पताल ले गए थे। चिकित्सकों ने ऑपरेशन के बाद मरीज को घर भेज दिया था लेकिन कर्म चंद घर में पहुंचकर रात को सो नहीं पाया था। जहां ऑपरेशन के लिए चीरा लगाया था, वहां से पेट खुल गया था।

पेट से निकल रहे पानी से बिस्तर गीला हो गया था। दूसरे दिन स्वजन कर्म चंद को दोबारा अस्पताल ले आए। 10-12 दिन तक मरीज वहां दाखिल रखा, लेकिन जब चिकित्सकों के हाथ खडे़ हो गए तो उन्होंने स्वजन को बताया कि कर्म चंद को डाक्टर राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल टांडा रेफर किया जा रहा है। मनरेगा में दिहाड़ी लगाने वाले कर्म चंद के हेल्थ कार्ड में उस समय केवल 1500 रुपये ही बचे थे, बाकी सारे पैसे अस्पताल ने खर्च कर दिए थे।

कर्म चंद के साथ हुए अन्याय का मामला दैनिक जागरण ने 11 अगस्त के अंक में 'पेट फाड़कर तड़पता छोड़ दिया मरीज' शीर्षक से उठाया था। इसके बाद 14 अगस्त, 2018 को तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार फतेहपुर दौरे पर गए थे। इस दौरान इस बाबत पता चलते ही उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे और तत्कालीन मुख्य चिकित्सा अधिकारी कांगड़ा डा. आरएस राणा ने दबिश देकर अन्य अनियमितताएं पाए जाने पर अस्पताल को सील कर दिया था।

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