कोरोना वैक्‍सीन की दूसरी डोज न लगाने वालों को आशा ले जाएगी केंद्र तक

हिमाचल में कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं लगाने वालों को अब आशा (मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता) घर से टीकाकरण केंद्र में पहुंचाएंगी। वे उन्हें डोज लेने के लिए जागरूक भी करेंगी। स्वास्थ्य विभाग ने उन्हें पहली डोज के 84 दिन पूर्ण करने वालों की लिस्ट थमाई दी है!

By Virender KumarEdited By: Publish:Sun, 10 Oct 2021 09:28 PM (IST) Updated:Sun, 10 Oct 2021 09:28 PM (IST)
कोरोना वैक्‍सीन की दूसरी डोज न लगाने वालों को आशा ले जाएगी केंद्र तक
कोरोना वैक्‍सीन की दूसरी डोज न लगाने वालों को आशा केंद्र तक ले जाएगी । जागरण आर्काइव

शिमला, राज्य ब्यूरो। हिमाचल प्रदेश में कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं लगाने वालों को अब आशा (मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता) घर से टीकाकरण केंद्र में पहुंचाएंगी। वे उन्हें डोज लेने के लिए जागरूक भी करेंगी। स्वास्थ्य विभाग ने उन्हें पहली डोज के 84 दिन पूर्ण करने वालों की लिस्ट थमाई दी है और इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं। इस तरह की व्यवस्था को प्रदेश में पहली बार लागू किया जा रहा है।

राज्य में 30 नवंबर तक सभी पात्र लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। पहली डोज लगाने के 84 दिन पूर्ण होने के बाद और मोबाइल फोन पर मैसेज भेजने के बाद भी लोग वैक्सीन लगाने नहीं आ रहे हैं। यही कारण है कि अब आशा को जिम्मा सौंपा गया है।

प्रदेश में अभी तक 55.23 लाख की पात्र व निर्धारित आबादी में से केवल 52.87 फीसद को ही वैक्सीन की दूसरी डोज लगी है। प्रदेश में वैक्सीन की उपलब्धता और टीकाकरण केंद्रों को खोलने के बावजूद डोज नहीं लग पा रही है।

लक्ष्य के लिए एक दिन में 50 हजार डोज जरूरी

30 नवंबर तक लक्ष्य को पूरा करने के लिए हर दिन 50 हजार से अधिक को वैक्सीन की डोज देना जरूरी है, जबकि अभी हर दिन 20 से 35 हजार को ही वैक्सीन दी जा रही है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर प्रधानमंत्री के साथ हुए संवाद में 30 नवंबर को सभी को वैक्सीन देने का लक्ष्य बता चुके हैं।

अवकाश के दिन भी वैक्सीन देने का निर्देश

संक्रमण के खतरे को दूर करने और सभी को वैक्सीन देने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए अब रविवार और अवकाश के दिन भी वैक्सीन देने का निर्देश दिया गया है। आशा लोगों को वैक्सीन लगाने के लिए जागरूक करेंगी और टीकाकरण केंद्र तक पहुंचाएंगी।

-हेमराज बैरवा, निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन हिमाचल प्रदेश

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