Arki By Election: अर्की कांग्रेस को भाजपा से ज्यादा अपनों से डर, 120 पदाधिकारी दे चुके हैं इस्‍तीफा

Arki By Electionअर्की उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी को भाजपा से ज्यादा डर अपनों से सता रहा है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर के भाषण में भी यह दर्द शब्दों का रूप लेकर बाहर निकल आया। पार्टी ने रूठों को मनाने की परंपरा छोड़कर बाहर निकालने की चेतावनी दी है।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 09:16 AM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 09:16 AM (IST)
Arki By Election: अर्की कांग्रेस को भाजपा से ज्यादा अपनों से डर, 120 पदाधिकारी दे चुके हैं इस्‍तीफा
अर्की उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी को भाजपा से ज्यादा डर अपनों से सता रहा है।

सोलन, भूपेंद्र ठाकुर। Arki By Election, अर्की उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी को भाजपा से ज्यादा डर अपनों से सता रहा है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर के भाषण में भी यह दर्द शब्दों का रूप लेकर बाहर निकल आया। पार्टी ने रूठों को मनाने की परंपरा छोड़कर बाहर निकालने की चेतावनी दी है। राजेंद्र ठाकुर के बाद अर्की कांग्रेस के कुछ अन्य नेताओं को भी पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। चुनावी दौर में पार्टी का यह रुख सभी हो हैरान कर देने वाला है।

अर्की ब्लाक कांग्रेस के करीब 120 पदाधिकारियों ने अब तक अपने पद से त्याग पत्र दिए हैं। टिकट की दावेदारी कर रहे राजेंद्र ठाकुर को तो पार्टी से ही बाहर कर दिया गया है। राजेंद्र ठाकुर का गुट अभी भी कांग्रेस का सदस्य है। बताया जा रहा है कि अर्की कांग्रेस के नाराज गुट की रिपोर्ट पार्टी आलाकमान तक गई है। पार्टी को इस बात का आशंका है कि नाराज गुट अभी भी पार्टी के खिलाफ गुप्त स्थानों पर बैठकें करने में लगा है।

यही वजह है कि प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने अर्की दौरे के दौरान चेतावनी दी है कि सुधर जाएं अन्यथा कुछ लोगों पर कार्रवाई हो सकती है। कुलदीप राठौर के बयान से जाहिर है कि अर्की कांग्रेस के कुछ ओर सदस्य निशाने पर हैं। आने वाले दिनों में राजेंद्र ठाकुर की तर्ज पर इन्हें भी पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है।

कांग्रेस के प्रत्याशी संजय अवस्थी अपनी जीत को लेकर जरूरत से ज्यादा आश्वस्त हैं। इसकी वजह भाजपा के बीच पड़ी दरार हो सकती है। हो सकता है कि भाजपा के नाराज नेता कांग्रेस के संपर्क में हों लेकिन एक बात स्पष्ट है कि भाजपा से ज्यादा लड़ाई अर्की में कांग्रेस के बीच है। बड़ा अंतर अर्की में यह देखने को मिल रहा है कि भाजपा में रूठों को मनाने का सिलसिला लगातार जारी है।

पूर्व विधायक गोविंद राम से सीएम जयराम ठाकुर व केंद्रीय अनुराग ठाकुर मिल चुके हैं, जबकि कांग्रेस में रूठे नेताओं को मनाने की जगह बाहर निकालने की चेतावनी दी जा रही है। जिन नेताओं ने कांग्रेस के पद से त्याग पत्र दिए हैं भाजपा के कई नेता उनके संपर्क में हैं, जबकि कांग्रेस का कोई भी न बड़ा नेता राजेंद्र ठाकुर के गुट से मिलने के लिए नहीं गया है।

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