सीयू में नियमित होंगे 100 कर्मचारी

जागरण संवाददाता धर्मशाला हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय में कार्यकारी परिषद की बैठक में 58 शैक्षणिक और 42 गैरशैक्षणिक कर्मचारियों की नियमितीकरण को मंजूरी दी गई। जल्द शैक्षणिक और गैरशैक्षणिक बैकलाग भर्तियां की जाएंगी। यह फैसला विश्वविद्यालय की 52वीं कार्यकारी परिषद की बैठक के दौरान लिया गया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 05 Oct 2021 04:09 AM (IST) Updated:Tue, 05 Oct 2021 04:09 AM (IST)
सीयू में नियमित होंगे 100 कर्मचारी
सीयू में नियमित होंगे 100 कर्मचारी

जागरण संवाददाता, धर्मशाला : हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय में कार्यकारी परिषद की बैठक में 58 शैक्षणिक और 42 गैरशैक्षणिक कर्मचारियों की नियमितीकरण को मंजूरी दी गई। जल्द शैक्षणिक और गैरशैक्षणिक बैकलाग भर्तियां की जाएंगी। यह फैसला विश्वविद्यालय की 52वीं कार्यकारी परिषद की बैठक के दौरान लिया गया।

बैठक का आयोजन कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल की अध्यक्षता में किया गया। बैठक के दौरान परिषद के सभी सदस्य मौजूद रहे। कुछ सदस्यों ने आनलाइन बैठक में भाग लिया। विवि ने अपने पहले कुलगीत के नाम से संस्थागत गीत की रचना की है और तीन मिनट के इस कुलगीत को परिषद ने मंजूरी दी है। कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल ने कहा कि विवि का जल्द अपना गेस्ट हाउस होगा और विश्वविद्यालय के अपने प्रतीक चिन्ह (लोगो) में भी बदलाव किया गया है। बैठक के दौरान विवि के दोनों कैंपस के कार्य और उसके मास्टर प्लान को प्रस्तुत किया गया और मंजूरी दी गई। मास्टर प्लान में शैक्षणिक अवसंरचना के साथ इंटरनेशनल सेंटर, शैक्षणिक खंड का आवासीय परिसर, खेल परिसर और सभागार का प्रावधान किया गया है। कैंपस में छात्रों को हर सुविधा मुहैया करवाई जाएगी। विवि ने अपनी मूल्यांकन प्रक्रिया में भी बदलाव लाया है, जिसमें 40 फीसद आंतरिक और 60 फीसद बाहरी की पद्धति अपनाई जाएगी। केंद्रीय विवि में अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम में मल्टीपल एंट्री और एक्जिट सिस्टम को लागू किए जाने का फैसला लिया है । इसके अतिरिक्त इस सत्र से अध्ययन के प्रत्येक कार्यक्रम (यूजी और पीजी) में पांच (05) स्व-वित्त के आधार पर अतिरिक्त सीटें रखी जाएंगी। अगले सत्र से यूजी और पीजी के प्रत्येक कोर्स में पांच अंतरराष्ट्रीय स्व वित्त पोषित सीटों का सृजन किया जाएगा। कुलपति ने कहा कि नौकरी अनुसंधान उन्मुख कार्यक्रम के तहत विश्वविद्यालय शिक्षण पदों के सृजन के साथ-साथ पर्यटन, यात्रा और आतिथ्य प्रबंधन स्कूल के तहत पहले से ही बनाए गए तीर्थ पर्यटन केंद्र को कार्यात्मक बनाएगा और निकट भविष्य में इस सेंटर को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित किया जाएगा।

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