कोरोना से मौत होने पर मुआवजे के लिए उपायुक्त के पास करें आवेदन
हिमाचल प्रदेश में कोरोना से मौत होने पर मुआवजे के लिए जिला उपायुक्त के पास आवेदन करना होगा। राजस्व विभाग की ओर से तीन दिन पहले ही उपायुक्तों को आदेश भेज दिया है। राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष( एसडीआरएफ) की ओर से प्रभावित स्वजन को पचास हजार रुपये का भुगतान होगा।
शिमला, राज्य ब्यूरो। हिमाचल प्रदेश में कोरोना से मौत होने पर मुआवजे के लिए जिला उपायुक्त के पास आवेदन करना होगा। इस संबंध में राजस्व विभाग की ओर से तीन दिन पहले ही उपायुक्तों को आदेश भेज दिया है। राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष( एसडीआरएफ) की ओर से प्रभावित स्वजन को पचास हजार रुपये का भुगतान होगा। इसके लिए 163 करोड़ रुपये कोष से राज्य सरकार हो मिले हैं। प्रदेश में अब तक 3711 कोरोना संक्रमितों की हो चुकी है।
जिला प्रशासन के पास एसडीआरएफ का पैसा पड़ा है। प्रभावित परिवार को संबंधित साक्ष्य के साथ जिला उपायुक्त के समक्ष आवेदन करना होगा। उसके बाद जिला प्रशासन मुआवजा राशि संबंधित परिवार को देगा। इसी महीने सर्वोच्च न्यायालय की ओर से इस संबंध मेंआदेश दिया गया था।
सीएम ने भी दिया था आदेश
सर्वोच्च न्यायालय का आदेश आने के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रभावित परिवार को मुआवजा देने का आदेश दिया था।
आवेदन पर तुरंत दें 50 हजार
सरकार ने कोरोना संक्रमण से जीवन गंवाने वालों के स्वजन को तुरंत 50 हजार रुपये मुआवजा देने का आदेश दिया है। अब उपायुक्त अपने-अपने जिलों में आवेदन करने वाले परिवार को उक्त धनराशि जारी करें। यदि जिला प्रशासन को अधिक राशि की आवश्यकता पड़ी तो अतिरिक्त बजट जारी किया जाएगा।
-ओंकार शर्मा, प्रधान सचिव, राजस्व।
स्कूलों में कोरोना नियमों का उल्लंघन करने वाले नपेंगे
स्कूली विद्यार्थियों के कोरोना की चपेट में आने के बाद शिक्षा विभाग भी हरकत में आ गया है। उच्चतर शिक्षा विभाग के निदेशक डा. अमरजीत शर्मा ने जिला शिक्षा उपनिदेशकों को निर्देश दिए हैं कि वे स्कूलों का औचक निरीक्षण करें व देखें कि कोविड नियमों का पालन हो रहा है या नहीं। यदि कोई स्कूल नियमों की अवहेलना कर रहा है तो उसके प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
स्कूलों में नियमित कक्षाएं लगने के बाद सरकार ने भी शिक्षा उपनिदेशकों को निरीक्षण करने के निर्देश जारी किए थे। सरकारी स्कूलों में 27 सितंबर से 19 अक्टूबर तक 113 विद्यार्थी कोरोना पाजिटिव हुए हैं। मंगलवार को 16 विद्यार्थी कोरोना की चपेट में आए थे। इसके बाद विभाग ने सख्ती बरतना शुरू कर दी है।