बागवानों से मार्केट फीस वसूली तो होगी कार्रवाई, एपीएमसी ने एसपी को लिखा पत्र, बनेंगे तीन सेब बैरियर

Himachal Apple Business बागवानों से मार्केट फीस वसूलने वालों पर पुलिस अब सख्त कार्रवाई करेगी। एपीएमसी शिमला जिला में तीन स्थानों पर सेब सीजन के लिए अस्थायी बैरियर बनाएगा। यह बैरियर शोघी नेरीपुल और चौपाल में बनाए जाएंगे।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Thu, 22 Jul 2021 07:11 AM (IST) Updated:Thu, 22 Jul 2021 08:15 AM (IST)
बागवानों से मार्केट फीस वसूली तो होगी कार्रवाई, एपीएमसी ने एसपी को लिखा पत्र, बनेंगे तीन सेब बैरियर
बागवानों से मार्केट फीस वसूलने वालों पर पुलिस अब सख्त कार्रवाई करेगी।

शिमला, जागरण संवाददाता। बागवानों से मार्केट फीस वसूलने वालों पर पुलिस अब सख्त कार्रवाई करेगी। एपीएमसी शिमला जिला में तीन स्थानों पर सेब सीजन के लिए अस्थायी बैरियर बनाएगा। यह बैरियर शोघी, नेरीपुल और चौपाल में बनाए जाएंगे। अगले सप्ताह तक इसे स्थापित कर दिया जाएगा। यहां पर तैनात कर्मचारियों को इस बारे में सख्त निर्देश जारी कर दिए हैं। मार्केट फीस केवल आढ़तियों, सेब कारोबार के लिए बाहरी राज्यों से आने वाले लदानियों और मंडियों के बाहर सेब का कारोबार करने वाले कारोबारियों पर लगेगा। बैरियर पर चैकिंग के दौरान बागवानों को पांच तरह के दस्तावेज में से कोई एक दस्तावेज दिखाना होगा। उसके बाद उनसे कोई फीस नहीं वसूली जाएगी। इसमें उद्यान कार्ड, पंचायत प्रधान, पटवारी का लिखा सहित कुछ अन्य दस्तावेज शामिल हैं। एपीएमसी शिमला किन्नौर के अध्यक्ष नरेश शर्मा ने पुलिस अधीक्षक शिमला मोहित चावला को पत्र लिखा है। पत्र में उन्हें पुलिस से आग्रह किया है कि यदि ऐसी कोई भी शिकायत आती है तो उस पर तुरंत कार्रवाई करें ताकि बागवानों के साथ किसी भी तरह की लूट खसूट न हो सके।

बाहरी गाड़ियों की चेकिंग के दौरान वसूल लेते हैं मार्केट फीस

सेब सीजन में ढुलाई के लिए पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्रा, आंध्रप्रदेश सहित अन्य राज्यों से बड़ी गाड़ियां आती है। बागवान इन गाड़ियों में अपना माल देश की अन्य मंडियों के लिए भेजते हैं। एपीएमसी द्वारा लगाए गए सेब बैरियर पर इन गाड़ियों की वेरिफिकेशन होती है। इस दौरान इनसे मार्केट फीस वसूल लेती है। कर्मचारी तर्क देते हैं कि आढ़ती इन गाड़ियों में बाहर को माल भेजते हैं। जबकि कई बागवान खुद अपना माल इन ट्रकों में भेजते हैं। इसलिए एपीएमसी इस बार बागवानों को खुद भी जागरूक करेगा।

लाइसेंस रिन्यू के लिए एसआईटी की एनओसी की शर्त

बागवानों का माल खरीद कर उनकी पेंमेंट न करने वाले आढ़तियों के इस बार लाइसेंस ही रिन्यू नहीं होंगे। बाहरी राज्यों से अभी कई आढ़ती सेब कारोबार के लिए अनुमति मांग रहे हैं। अभी तक 10 के लाइसेंस ही रिन्यू हुए हैं। 153 लाइसेंस रिन्यू करने की प्रक्रिया प्रोसेस में है। इसकी पूरी चैकलिस्ट बनाई गई है। इसका पिछला ट्रैक रिकार्ड भी देखा जा रहा है कि पहले इन्होंने बागवानों से माल खरीद कर उनकी पेमेंट तो नहीं रोकी है। लाइसेंस रिन्यू करने के लिए एपीएमसी ने एसआईटी की एनओसी की शर्त भी लगा दी है। एसआईटी ने अपना दफ्तर मंडी के भीतर ही खोला है।

मंडियों में लगेंगे होर्डिंग

फल मंडियों व मार्केट यार्ड में एपीएमसी बड़े बड़े होर्डिंग लगा रहा है। लोगों को जागरूक करने के लिए यह होर्डिंग होंगे। इसमें लोडिंग की फीस कितनी है, अनलोडिंग की फीस कितनी है। बागवानों को कहां कहां पर छूट है। इस तरह की जानकारियां होगी।

क्‍या कहते हैं अध्‍यक्ष

एपीएमसी शि‍मला किन्‍नौर के अध्‍यक्ष नरेश शर्मा ने कहा बागवानों से किसी भी तरह की मार्केट फीस नहीं वसूली जाती। एसपी शिमला को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि इस तरह की शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई करें, ताकि बागवानों से कोई लूट खसूट न हो।

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