चुवाड़ी के अक्षित पठानिया और परागपुर के आदित्‍य बने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट, जानिए किस तरह पाई सफलता

Akshit Pathania Become Lieutenant कहते हैं कड़ी मेहनत लगन हो तो कोई भी लक्ष्य पूरा किया जा सकता है। अक्षित पठानिया ने लगन व मेहनत के दम पर अपना लक्ष्य हासिल कर लिया है। एनएच शाहपुर सर्कल के अरुण पठानिया का बेटा अक्षित सेना में ऑफिसर बन गया है।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 11:22 AM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 02:02 PM (IST)
चुवाड़ी के अक्षित पठानिया और परागपुर के आदित्‍य बने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट, जानिए किस तरह पाई सफलता
अक्षित पठानिया ने लगन व मेहनत के दम पर अपना लक्ष्य हासिल कर लिया है।

शाहपुर, संवाद सहयोगी। कहते हैं कड़ी मेहनत लगन हो तो कोई भी लक्ष्य पूरा किया जा सकता है। यही सच कर दिखाया है अक्षित पठानिया ने। लगन व मेहनत के दम पर अपना लक्ष्य हासिल कर लिया है। एनएच शाहपुर सर्कल के अरुण पठानिया का बेटा अक्षित सेना में ऑफिसर बन गया है। अक्षित पठानिया मूलत चंबा जिला के चुवाड़ी निवासी हैं। उन्हें आइएमए पासिंग परेड में लेफ्टिनेंट का कमीशन मिला है। अक्षित की उपलब्धि से उनके माता-पिता व क्षेत्र के लोगों में खुशी की लहर है।

अक्षित के पिता अरुण पठानिया एनएच सर्कल शाहपुर में एसई के पद पर कार्यरत हैं, जबकि माता सुधा केंद्रीय विद्यालय बनीखेत में अध्यापिका हैं। अक्षित के भाई संचित पठानिया भारतीय वायुसेना में फाइटर पायलट हैं। अक्षित ने दसवीं तक की शिक्षा डलहौजी स्‍कूल में की है, जबकि डीएवी स्कूल चंडीगढ़ से 12वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद एसआरएम चेन्नई से कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया।अक्षित ने इसके बाद एसएसबी की परीक्षा पास कर देहरादून के इंडियन मिलिट्री एकेडमी में प्रवेश लिया। शनिवार को आयोजित अकादमी की पासिंग आउट परेड के बाद अक्षित भारतीय सेना में लेफ्टि‍नेंट बन गए हैं। उन्‍होंने इसका श्रेय माता पिता व गुरुजनों को दिया है।

परागपुर गढ़ के आदित्य पटियाल बने सेना में लेफ्टिनेंट

ढलियारा। परागपुर के आदित्य पटियाल ने बताया कि अगर मेहनत, लग्न एवम निष्ठा से कार्य किया जाए तो मुश्किल से मुश्किल मंजिल फतेह की जा सकती है। परागपुर के गढ़ गांव के आदित्य पटियाल इंडियन आर्मी में लेफ्टिनेंट बने हैं। जिसे क्षेत्र में खुशी का माहौल है। जहां आदित्य पटियाल के लेफ्टिनेंट बनने से पूरा गांव गौरवांवित हु्आ है। आइएमए देहरादून में पासिंग आउट परेड में हिस्सा लिया। आदित्य पटियाल के पिता भी सीमा सुरक्षा बल में असिस्टेंट कमांडेंट के रूप में सेवाएं दे चुके हैं और वर्तमान में ढलियारा कॉलेज के प्राचार्य के रूप में सेवा दे रहे हैं। आदित्य की दसवीं तक की शिक्षा सेक्रेट हार्ट स्कूल धर्मशाला में हुई। जबकि सेंट स्टीफंस चंडीगढ़ में दस जमा दो नॉन मेडिकल और फिर 2017 में एसएसबी इलाहाबाद से पास की और एनडीए खडकवासला पुणे में तीन वर्ष का बीएससी कंप्यूटर साइंस, की डिग्री जेएनयू से की इसके बाद आइएमए देहरादून में प्रवेश पाया। आदित्य पटियाल पासिंग आउट परेड में हिस्सा लेकर लेफ्टिनेंट बने हैं।

आदित्य पटियाल अब 19 गढ़वाल राइफल, में अपनी सेवाएं देंगे। आदित्य पटियाल के पिता वर्तमान में ढलियारा कालेज में प्राचार्य के पद पर सेवाएं दे रहे हैं। जबकि माता कविता गृहिणी हैं और एक छोटा भाई पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज में बीटेक की पढाई कर रहा है और सेना में सेवाएं देना चाहते है। जिसके लिए भरसक प्रयास कर रहा है। आदित्य पटियाल ने अपनी सफलता का श्रेय अपने शिक्षको एवं माता-पिता को दिया।

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