पांगी में दो बच्चों की मौत के बाद मां ने भी फंदा लगाया, पुलिस ने घर से बेटे का भी शव बरामद किया, पढ़ें खबर
Pangi Woman Suicide Case जिला चंबा के अति दुर्गम क्षेत्र पांगी की रेई पंचायत के मझरौऊ गांव में दो बच्चों की मौत के बाद मां ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। दो दिन पहले बेटी सुनीता की मेडिकल कॉलेज चंबा में मृत्यु हो गई थी।
पांगी, संवाद सहयोगी। Pangi Woman Suicide Case, जिला चंबा के अति दुर्गम क्षेत्र पांगी की रेई पंचायत के मझरौऊ गांव में दो बच्चों की मौत के बाद मां ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। दो दिन पहले बेटी सुनीता की मेडिकल कॉलेज चंबा में मृत्यु हो गई थी। पुलिस ने घर से महिला सहित उसके बेटे का भी शव बरामद किया है। स्थानीय लोगों ने बताया बेटे प्रेम जीत की मौत चार पांच माह पहले हो गई थी, इसके बाद अंध विश्वास के कारण मां ने शव घर में रखवाया हुआ था। इस परिवार का तीन चार साल से गांव सहित पूरी रेई पंचायत में किसी भी घर में आना जाना नहीं था। पूरा परिवार अंधविश्वास में जकड़ा था।
पांगी के मुख्यालय किलाड़ से 40 किलोमीटर दूर रेई पंचायत में 42 वर्षीय प्यार देई पत्नी बेदब्यास खुद को चेलन (माता का रूप) मानती थी। सोमवार को चंबा मेडिकल कॉलेज में उसकी उन्नीस साल की लड़की सुनीता की मृत्यु हो गई थी। प्यार देई का पति बेदब्यास रविवार को लड़की को इलाज करवाने के लिए चंबा ले गया था। प्यार देई ने कब फंदा लगा लिया, इसकी जानकारी किसी को नहीं हैं। बकौल बेद ब्यास जब वह घर से बेटी सुनीता और अनिता को इलाज के लिए लेकर गया था, उस समय उसका बेटा प्रेम जीत कोमा में था और पत्नी ठीक थी।
उसका परिवार पिछले चार सालों से दैवीय शक्तियों पर विश्वास करता था। पत्नी के कहने पर न किसी को घर आने देते थे और न ही किसी के घर जाते थे। बेटे का इलाज इसलिए नहीं करवाया कि उसकी पत्नी को विश्वास था कि माता बेटे को दूसरी दुनिया में ले गई है और जल्द वापस आएगा।
लड़कियों को भी इलाज करवाने के लिए जबरदस्ती लेकर गया था। इनमें छोटी की मृत्यु हो गई है व बड़ी चंबा मेडिकल कॉलेज में उपचाराधीन है। पुलिस ने मां और बेटे के शव कब्जे में ले लिए हैं और छानबीन में जुट गई है। थाना प्रभारी नितिन चौहान ने बताया मां और बेटे के शव कब्जे में लेकर तफ्तीश शुरू कर दी है।