बर्फबारी से गर्मी में सर्दी का अहसास, तीन दिन से जारी बारिश ने बढ़ाई किसानों की चिंता
Himachal Weather Update जिलेभर में गर्मी में सर्दी का अहसास हो गया है। ठंडक बढ़ने से लोगों को अपने घरों में फिर से सर्दी से निपटने के लिए गर्म कपड़े निकालने पड़ गए हैं। बारिश व पहाड़ों पर बर्फबारी ने माहौल पूरी तरह से ठंडा कर दिया है।
धर्मशाला, जागरण संवाददाता। जिलेभर में गर्मी में सर्दी का अहसास हो गया है। ठंडक बढ़ने से लोगों को अपने घरों में फिर से सर्दी से निपटने के लिए गर्म कपड़े निकालने पड़ गए हैं।तीन दिन से हो रही बारिश व पहाड़ों पर बर्फबारी ने माहौल पूरी तरह से ठंडा कर दिया है। धौलाधार सहित अादि हिमानी चामुंडा, त्रियूड, इलाका, करेरी झील के अास पास के पहाड़ों में ताजा बर्फ गिरी है। जबकि मैदानी क्षेत्रों में अोलावृष्टि हुई है। जिससे फलदार पौधों में अाए फ्रूट को नुकसान पहुंचा है वहीं गेहूं की फसल काटने की तैयारी कर रहे किसान व फसल काट चुके किसान परेशान हैं। काटी हुई गेहूं खेतों में तैर रही है तो गेहूं काटने की तैयारी कर रहे किसानों की फसल ढह गई है। खेतों में तालाबों सा रूप ले लिया है। एेसे में किसानों की सालभर की मेहनत बेकार होने से किसानों मे मायूसी है। किसान इस बात से भी चिंतित हैं कि गेहूं खराब होने से अब तूड़ी भी अच्छी नहीं निकलेगी, जिससे पशुओं को चारे ही समस्या भी हो जाएगी। किसानों को गेहू काले पड़़ने का डर भी सता रहा है।
इन विभागों के लिए खुशी की बारिश
गर्मी के सीजन को 15 अप्रैल से शुरू माना जाता है, लेकिन इस बार गर्मियां ज्यादा होने के कारण फायर सीजन को भी पंद्रह दिन पहले ही माना जा रहा था अौर इसके लिए तैयारियां भी की गई थी। पेयजल संकट बढ़ गया था, पेयजल स्त्रोतों में ही पानी सूख गया था। अब बारिश व बर्फ पड़ने से ताममान में गिरावट अाने के कारण अाग की घटनाओं में कमी अाएगी वहीं सूख चुके पेयजल स्रोतों में भी पानी अा गया है। एेेसे में जलशक्ति विभाग, वन विभाग व दमकल विभाग के लिए तो यह राहत की बारिश है, लेकिन पशुपालक, किसानों के लिए बारिश अाफत की है। फसल तबाह होने के कगार पर पहुंच गई है। होटल व्यवसायियों के लिए भी बारिश व बर्फबारी अच्छी है, लेकिन कोविड19 के कारण लगी हुई पाबंदियों के चलते होटल व्यवसायियों का कारोबार फीका ही रहेगा।