व्यापारियों के विरोध पर झुका प्रशासन, धर्मशाला में वनवे व्यवस्था की निरस्त Kangra News
जिला मुख्यालय धर्मशाला में वनवे व्यवस्था के विरोध में शनिवार को हुए चक्काजाम के बाद प्रशासन ने देर सायं व्यवस्था को निरस्त कर दिया।
धर्मशाला, जेएनएन। जिला मुख्यालय धर्मशाला में वनवे व्यवस्था के विरोध में शनिवार को हुए चक्काजाम के बाद प्रशासन ने देर सायं व्यवस्था को निरस्त कर दिया। अब रविवार से शहर में पुरानी व्यवस्था के तहत ही वाहन दौड़ेंगे। जिला प्रशासन व पुलिस ने कोतवाली बाजार में बढ़ते यातायात दबाव के कारण जाम की स्थिति उत्पन्न न हो, इसलिए वनवे व्यवस्था शुरू की थी। इस वजह से कोतवाली बाजार के दुकानदारों के पास ग्राहक नहीं पहुंच रहे थे। व्यवस्था के विरोध में व्यापार मंडल के सदस्यों ने पहले उपायुक्त कांगड़ा को ज्ञापन सौंपा था।
शनिवार सुबह नौ बजे फव्वारा चौक में अध्यक्ष नरेंद्र जंबाल के नेतृत्व में एकत्र हुए व्यापारियों ने रोष रैली गांधी चौक तक निकाली। इस दौरान कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचा तो व्यापारियों ने चक्काजाम कर दिया। बाद में एसडीएम धर्मशाला ने मौके पर पहुंचकर व्यापारियों को आश्वासन दिया कि इस संबंध में शाम को उपायुक्त से बैठक करवाई जाएगी। देर सायं हुई बैठक मेें वनवे व्यवस्था को निरस्त कर दिया। बैठक में डीसी के अलावा पुलिस अधीक्षक, विधायक विशाल नैहरिया, एसडीएम डॉ. हरीश गज्जू व व्यापार मंडल के अध्यक्ष नरेंद्र जंबाल मौजूद रहे। एक घंटा चली बैठक में फैसला लिया गया कि 17 नवंबर से पुरानी व्यवस्था के तहत ही शहर में वाहन दौड़ेंगे।
यह थी व्यवस्था
खनियारा से धर्मशाला आने वाले बड़े वाहन वाया दाड़ी, जबकि छोटे वाया शुक्ला नर्सिंग होम शामनगर होकर धर्मशाला पहुंचते थे। मैक्लोडगंज से आने वाले बड़े वाहन बाईपास से होकर जबकि छोटे खड़ा डंडा रोड डीसी आवास से बाईपास होकर धर्मशाला पहुंचते थे।
जिला प्रशासन का वनवे ट्रैफिक व्यवस्था निरस्त करने के लिए मैं व्यापार मंडल कोतवाली बाजार की ओर से आभार व्यक्त करता हूं। व्यापारियों का संघर्ष रंग लाया है। -नरेंद्र जंबाल, अध्यक्ष व्यापार मंडल कोतवाली बाजार।
वनवे ट्रैफिक व्यवस्था को निरस्त कर दिया है। रविवार से दोबारा पुरानी व्यवस्था के तहत ही शहर में वाहन दौड़ेंगे। यह फैसला डीसी से हुई बैठक में लिया है। -डॉ. हरीश गज्जू, एसडीएम धर्मशाला।