जिला कांगड़ा में खाद के बाद अब अालू बीज का भी संकट, किसानों तक नहीं पहुंच रहा बीज

Potato Seed जिला कांगड़ा में जहां इन दिनों खाद का संकट चल रहा है। वहीं अालू बीज उपलब्ध न होने से भी किसानों की परेशानी बढ़ गई है। पंजाब में किसानों के अांदोलन को खाद न पहुंचने का कारण बताया जा रहा है।

By Rajesh SharmaEdited By: Publish:Tue, 03 Nov 2020 09:49 AM (IST) Updated:Tue, 03 Nov 2020 09:49 AM (IST)
जिला कांगड़ा में खाद के बाद अब अालू बीज का भी संकट, किसानों तक नहीं पहुंच रहा बीज
जिला कांगड़ा में खाद के बाद अालू बीज भी उपलब्ध न होने से किसानों की परेशानी बढ़ गई है।

धर्मशाला, नीरज व्यास। जिला कांगड़ा में जहां इन दिनों खाद का संकट चल रहा है। वहीं, अालू बीज उपलब्ध न होने से भी किसानों की परेशानी बढ़ गई है। पंजाब में किसानों के अांदोलन को खाद न पहुंचने का कारण बताया जा रहा है। वहीं अालू बहुल जिला कांगड़ा के किसान अालू बीज उपलब्ध न हो पाने के कारण दिक्कत झेल रहे हैं। जहां एक तरफ गेहूं की बिजाई का काम तेजी से शुरू हो चुका है। वहीं, अालू की बिजाई के लिए भी खेतों को तैयार किया जा रहा है। समस्या यह अा रही है कि किसान खाद उपलब्ध न होने से गेहूं नहीं बीज पा रहे हैं। वहीं अब अालू बीज न मिलने से भी समस्या बढ़ गई है।

लाहुल की विशेष अनुमोदित किस्में बीजते हैं किसान

स्थानीय किसान यहां पर अालू की लाहुल की विशेष अनुमोदित किस्में बीजते हैं। जिससे किसान बेहतर उत्पादन कर पाते हैं। सोसायटियों के माध्यम से अाने वाले बीज ट्रीट किया होता है। बीज को कीड़ा व बीमारियां लगने का डर नहीं रहता। अन्य जगहों से अप्रमाणित बीज लेने से अालू को झुलसा सहित अन्य रोग लग जाते हैं, जिससे कई बार पूरी की पूरी फसल तबाह हो जाती है। इसलिए किसान ज्यादातर लाहुल की अनुमोदित किस्में ही लगाते हैं। वहीं, कुछ किसान बरोट व पंजाब की किस्मों को भी उगा रहे हैं।

किसान खेतों नाइट्रेट आदि का उपयोग करते हैं। 11900 मीट्रिक टन खाद की अक्‍टूबर से लेकर दिसंबर के अंत तक अावश्यकता रहती है। लेकिन खाद न मिलने के कारण किसान परेशान हैं। हालांकि विभागीय अधिकारियों का कहना है कि खाद की अापूर्ति किसान अंदोलन के कारण प्रभावित हुई है।

अालू बीज को लेकर पठियार व मलां सहित अन्य क्षेत्रों के किसान परेशान

अालू बीज के लिए पठियार, मलां, अंबाड़ी, चाहड़ी, कबाड़ी, लाखामंडल सहित अास पास के क्षेत्रों के किसान परेशान हैं। इन क्षेत्रों के किसानों की अालू नकदी फसल है। किसान सोसायटियों पर निर्भर हैं। सोसायटियां ही किसानों की मांग मुताबिक अालू बीज का प्रबंध करवाती हैं। लेकिन इस बार यह प्रबंधन नहीं हो पा रहा है। अक्टूबर के अंत तक अालू बीज सोसायटियों तक पहुंच जाता था, लेकिन अभी तक बीज नहीं पहुंचा है। किसानों ने अालू का बीज जल्द सोसायटियों में उपलब्ध करवाने की मांग की है।

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