विदाई के एक घंटे बाद ही बरात संग अपने मायके लौटी दुल्हन, जानें क्या है पूरा मामला
सात फेरे के लेने के बाद अपने मायके से विदा हुई एक दुल्हन बरात संग ससुराल गई लेकिन करीब एक घंटे बाद फिर अपने घर लौट आई। दूल्हा-दुल्हन को वापस आते देख गांव वाले भी हतप्रभ रह गए लेकिन जब बात पता चली तो पहले की तरह की आवभगत हुई।
पद्धर, सहयोगी। सात फेरे के लेने के बाद अपने मायके से विदा हुई एक दुल्हन बरात संग ससुराल गई लेकिन करीब एक घंटे बाद फिर अपने घर लौट आई। दूल्हा-दुल्हन को वापस आते देख गांव वाले भी हतप्रभ रह गए लेकिन जब असलियत का पता चली तो बरातियों की फिर पहले की तरह की आवभगत हुई। हुआ यूं कि द्रंग हलके के पद्धर-बल्ह मार्ग पर भूस्खलन से दूल्हा-दुल्हन और बराती फंस गए। विदाई के एक घंटे बाद दुल्हन बरातियों व दूल्हे के साथ दोबारा मायके पहुंच गई। दुल्हन पक्ष के लोगों को दोबारा बरातियों के लिए भोजन की व्यवस्था करना पड़ी।
घटासनी-बरोट मार्ग को सोमवार शाम पांच बजे करीब 15 घंटे बाद बहाल किया गया था। मंगलवार सुबह फिर जगह-जगह पर मलबा और पत्थर आने से बीच बीच में बाधित होता रहा। पद्धर-बल्ह वाया डायनापार्क मार्ग सोमवार शाम को बल्ह के समीप भूस्खलन से बंद हो गया। जिल्हण पंचायत के मरखान गांव से एक बरात चौहारघाटी की रोपा पंचायत के एक गांव गई थी। शाम होते ही दूल्हा-दुल्हन और बराती गांव मरखान लौट रहे थे। बरातियों के वाहन बल्ह पहुंचे तो मार्ग भूस्खलन से पूरी तरह बंद हो गया था। बारिश व अंधेरा हो जाने की वजह से सड़क को बहाल करने का कार्य शुरू नहीं हो पाया। ऐसे में दूल्हा-दुल्हन और बरातियों को फिर रोपा लौटना पड़ा। वहीं, दूल्हे के घर मरखान गांव में बरातियों के लौटने पर खाने-पीने के लिए किए गए सभी इंतजाम धरे रह गए।
लोक निर्माण विभाग ने मंगलवार तड़के मार्ग को बहाल करने के लिए जेसीबी भेजी। प्रात: करीब सात बजे दूल्हा-दुल्हन बरातियों संग मरखान गांव के लिए रवाना हुए। बरात निकलते ही मार्ग दोबारा पहाड़ी से मलबा और पत्थर आ जाने से अवरुद्ध हो गया। दोपहर को एक बजे वाहनों की आवाजाही शुरू हो पाई।
लोक निर्माण विभाग अनुभाग के कनिष्ठ अभियंता रूप लाल ने कहा कि बल्ह के समीप पहाड़ी से भारी भूस्खलन होने की वजह से मार्ग बंद हो गया। जिस कारण बराती और दूल्हा दुल्हन सड़क जाम होने से फंस गए। मंगलवार सुबह सात बजे मार्ग को वैकल्पिक तौर पर खोलकर बरात क्रास करवाई।