जोगेंद्रनगर में एक साल बाद फिर पाॅवर प्रोजेक्ट में हादसा, शानन परियोजना में उत्पादन ठप, गहरा सकता है संकट
Shanan Power Project जिला मंडी के जोगेंद्रनगर में एक साल बाद फिर 17 तारीख को जल प्रलय का तांडव देखने को मिला। गत 17 अप्रैल को उहल तृतीय पन विद्युत परियोजना के चूला स्थित पावर प्रोजेक्ट की पैन स्ट्रोक फटने से परियोजना को नुकसान पंहुचा था।
जोगेंद्रनगर, राजेश शर्मा। Shanan Power Project, जिला मंडी के जोगेंद्रनगर में एक साल बाद फिर 17 तारीख को जल प्रलय का तांडव देखने को मिला। गत 17 अप्रैल को उहल तृतीय पन विद्युत परियोजना के चूला स्थित पावर प्रोजेक्ट की पैन स्ट्रोक फटने से परियोजना को नुकसान पंहुचा था। ठीक एक साल बाद 17 तारीख को पंजाब राज्य बिजली बोर्ड की विद्युत परियोजना में रिसाव से नुकसान हुआ है। परियोजना के अंदर मौजूद अन्य मशीनरी में पानी भर जाने से विद्युत उत्पादन ठप हो गया है। इंजीनियर्स की माने तो अभी समय लगेगा, क्योंकि मशीनरी को सूखने में समय लगेगा।
हादसे से पहले जोगेंद्रनगर की शानन परियोजना में 42 और बस्सी परियोजना में 18 मेगावाट का विद्युत उत्पादन हो रहा था। अचानक शानन परियोजना में हुए पानी के रिसाव से दोनों ही परियोजनाओं में विद्युत उत्पादन ठप हो जाने से एक ओर जहां भारी नुकसान पंहुचा है, वहीं दोनों परियोजनाओं से आपूर्ति होने वाली बिजली पर भी संकट के बादल मंडरा चुके हैं। 110 मेगावाट पंजाब राज्य बिजली बोर्ड की शानन परियोजना से पंजाब राज्य में बिजली आपूर्ति होती हैं।
66 मेगावाट हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड की बस्सी परियोजना से रोजाना पालमपुर, हमीरपुर ओर जोगेंद्रनगर को बिजली आपूर्ति होती है। पानी के रिसाव से शानन परियोजना की दो मशीनों में पानी भर जाने से नुकसान हुआ है। अगर जल्द दोनों परियोजनाओं विद्युत उत्पादन शुरू नहीं हुआ तो बिजली संकट भी गहरा सकता है।
शानन परियोजना के एसई हरीश शर्मा ने बताया पावर हाउस में पानी के रिसाव से कोई बडा नुकसान नहीं हुआ है। जल्द विद्युत उत्पादन शुरू हो जाएगा।