भदरोआ में प्रशासन नालियों के रखरखाव का नहीं दे रहा ध्यान, सड़क पर बह रहा बारिश का पानी
आपदा प्रबंधन की ना जाने कितनी बैठकें कर इसे प्रभावी ढंग से निपटने के लिए विभिन्न विभागों द्वारा दावे तो किए जाते हैं ऐसा ही एक प्रबंधन उपमंडल इंदौरा के तहत लोक निर्माण विभाग के कंडवाल बाया भदरोआ संपर्क मार्ग पर दिख रहा है।
भदरोआ, मुकेश सरमाल। आपदा प्रबंधन की ना जाने कितनी बैठकें कर इसे प्रभावी ढंग से निपटने के लिए विभिन्न विभागों द्वारा दावे तो किए जाते हैं लेकिन धरातल पर आपदा के चलते सभी प्रबंधन धराशाई होते नजर आते हैं ऐसा ही एक प्रबंधन उपमंडल इंदौरा के तहत लोक निर्माण विभाग के कंडवाल बाया भदरोआ संपर्क मार्ग पर दिख रहा है।
यहां हाल ही में लाखों करोड़ों की कोलतार डालकर सड़क को चकाचक कर दिया लेकिन कोलतार से सजी इन सड़कों के अधिकांश भागों में निकास नालियों का नामोनिशान तक नहीं है कुछ जहां हैं उनमें मिट्टी युक्त मलबा और घास के उगने के कारण नालियां भर गई हैं। जिसके चलते क्षेत्र में हो रही बरसात का पानी सड़कों के बीचो-बीच बह रहा है ऐसे में कई जगह में सड़कों की कोलतार उठने लगी है वही हैरानी का विषय तो यह है कि जिस वजह हर साल लाखों करोड़ों की कोलताल न केवल संपर्क मार्गों को भारी जख्म दे जाती है बल्कि पानी की मार सहकर उखड़ने वाली सड़कें लोगों के लिए लंबे समय तक आफत बनी रहती हैं।
लोगों में चर्चा का विषय इस बात को लेकर है कि यह कैसा आपदा से पूर्व प्रबंधन का तरीका है जिसके कारण हर वर्ष सरकार को अरबों रुपये का चूना लग जाता है जिसकी भरपाई की मार आम जनता को झेलनी पड़ती है उधर विभाग की मानें तो कुछ लोग अपने घरों खेतों का पानी सड़कों पर ला देते हैं तो कुछ लोग नालियां बनाने के समय अवरोध पैदा करते हैं लेकिन ऐसी स्थिति में संबंधित विभाग का मूक दर्शक बन जाना भी हैरानी का विषय है।
जब इस विषय में लोक निर्माण विभाग आधिशाषी अभियंता बलदेव सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा की सड़क किनारे बनी निकासी नालियां बरसात के मौसम में मिट्टी से भर जाती हैं जिसके कारण पानी सड़क पर बहता है संबंधित विभाग के जेई को स्पोर्ट पर भेज रहा हूं जल्द इस समस्या से लोगों को राहत दी जाएगी।