नड्डा का काफिला रोकने वालों पर कार्रवाई की तैयारी

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले को पुलिस कर्मियों के स्वजन द्वारा रोकने के मामले में पुलिस कार्रवाई कर सकती है। इन लोगों ने बिलासपुर के लुहणू मैदान से एम्स के लिए रवाना हुए नड्डा के काफिले को रोककर उन्हें ज्ञापन सौंपा था।

By Neeraj Kumar AzadEdited By: Publish:Mon, 06 Dec 2021 11:25 PM (IST) Updated:Mon, 06 Dec 2021 11:25 PM (IST)
नड्डा का काफिला रोकने वालों पर कार्रवाई की तैयारी
नड्डा का काफिला रोकने वालों पर कार्रवाई की तैयारी।

शिमला, राज्य ब्यूरो। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले को पुलिस कर्मियों के स्वजन द्वारा रोकने के मामले में राज्य पुलिस कार्रवाई कर सकती है। इन लोगों ने बिलासपुर के लुहणू मैदान से एम्स के लिए रवाना हुए नड्डा के काफिले को वेतनमान की मांग के संबंध में रोककर उन्हें ज्ञापन सौंपा था। पुलिस सूत्रों के अनुसार बिलासपुर पुलिस के स्टाफ को नोटिस थमा दिया गया है। इसमें उन्हें अपना पक्ष रखने को कहा गया है। एसपी बिलासपुर ने घटना की रिपोर्ट सोमवार सुबह दस बजे डीजीपी को सौंप दी है। अब मंगलवार को एडीजीपी कानून व्यवस्था अशोक तिवारी पूरे मामले की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट यानी फैक्ट फाइंङ्क्षडग रिपोर्ट अपनी सिफारिशों सहित 11 बजे डीजीपी को सौंप देंगे। वीवीआइपी सुरक्षा से जुड़े नियमों, निर्देशों व यलो बुक की उल्लंघना हुई या नहीं, इस पर विस्तृत रिपोर्ट देंगे। ऐसी घटनाओं की फिर से पुनरावृत्ति न हों, इसके बारे में भी क्या कार्रवाई की जाए, क्या एहतियात बरती जाए, इसका भी उल्लेख करेंगे। वीआइपी दौरे के दौरान कानून व्यवस्था के कैसे इंतजाम हो, इस पहलुओं को भी शामिल करेंगे।

बहन जी, मांग पर कार्रवाई करेंगे

घटना के दौरान का 25 सेकेंड का वीडियो भी सामने आया है। इसमें 22 सेकेंड तक स्वजन ने ज्ञापन सौंपा है। इस बीच जेपी नड्ड़ा ने ज्ञापन सौंपने वाली महिलाओं को इतना ही कहा है कि बहन जी, मांग पर कार्रवाई करेंगे। काफिले का रूट 18 किलोमीटर लंबा था। यह लुहणू मैदान से लेकर एम्स अस्पताल तक का रूट था। लुहणू मैदान से निकलते ही काफिले को उस वक्त रोका गया, जब यह सड़क पर चल पड़ा था।

सबसे मिलते हैं नड्डा

पुलिस की मानें तो जेपी नड़्डा जब भी बिलासपुर आते हैं, स्थानीय होने के नाते सड़कों पर खड़े सभी व्यक्तियों से मिलते हैं। लेकिन अबकी बार मामला इसलिए संवदेनशील हो गया, क्योंकि दौरे के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री, मुख्यमंत्री भी शामिल हुए थे। दूसरा ज्ञापन देने वाले पुलिस कांस्टेबल के ही स्वजन हैं और इन्होंने इंटरनेट मीडिया में बाकायदा जस्टिस फॉर एचपी पुलिस का अभियान छेड़ रखा है।

कहां के हैं स्वजन

जिन लोगों ने काफिला रोका, वे पुलिस कर्मी के स्वजन हैं। 10 में से छह महिलाएं हैं। ये बिलासपुर, हमीरपुर, सोलन के रहने वाले हैं। लेकिन बिलासपुर में इनके बच्चे पुलिस में नौकरी नहीं करते हैं। वे दूसरे जिलों में नौकरी कर रहे हैं। पुलिस ने इनके खिलाफ थाना सदर बिलासपुर में केस दर्ज किया है। सभी आरोपितों से पूछताछ की गई है।

पहले ही किया था आगाह

स्वजन ने कुछ दिन पहले ही आगाह किया था कि वे जेपी नड्डा की रैली में आक्रोश दिखाएंगे। बावजूद इसके पुलिस और खुफिया तंत्र लापरवाह बना रहा।

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