नगरोटा बगवां का आसरा फाउंडेशन पढ़ा रहा पर्यटकों को कोविड नियमों का पाठ,धार्मिक व पर्यटन स्थलों में छेड़ा जागरुकता अभियान

नगरोटा बगवां की एनजीओ आसरा फाउंडेशन के सदस्य धार्मिक व पर्यटन स्थलों में पर्यटकों समेत स्थानीय लोगों को कोरोना नियमों का पाठ पढ़ा रहे हैं। जिला प्रशासन के सहयोग से छेड़े गए जागरुकता अभियान का उद्देश्य जिला कांगड़ा में कोरोना की तीसरी लहर को आने रोकना।

By Richa RanaEdited By: Publish:Sat, 11 Sep 2021 04:20 PM (IST) Updated:Sat, 11 Sep 2021 04:20 PM (IST)
नगरोटा बगवां का आसरा फाउंडेशन पढ़ा रहा पर्यटकों को कोविड नियमों का पाठ,धार्मिक व पर्यटन स्थलों में छेड़ा जागरुकता अभियान
आसरा फाउंडेशन धार्मिक व पर्यटन स्थलों में पर्यटकों समेत स्थानीय लोगों को कोरोना नियमों का पाठ पढ़ा रहे हैं।

धर्मशाला, संवाद सहयोगी। नगरोटा बगवां की एनजीओ आसरा फाउंडेशन के सदस्य धार्मिक व पर्यटन स्थलों में पर्यटकों समेत स्थानीय लोगों को कोरोना नियमों का पाठ पढ़ा रहे हैं। जिला प्रशासन के सहयोग से छेड़े गए जागरुकता अभियान का उद्देश्य जिला कांगड़ा में कोरोना की तीसरी लहर को आने रोकना। जिसके लिए पर्यटकों व स्थानीय लोगों को कोविड नियमों के प्रति जागरुक ही नहीं किया जा रहा बल्कि उन्हें नियमित मास्क पहनने के साथ-साथ शारीरिक दूरी बनाए रखने और समय-समय पर हाथ धोने बारे प्रेरित किया जा रहा है।

यही नहीं फाउंडेशन की ओर से बकायदा पंफलेट भी बांटें जा रहे हैं। फाउंडेशन ने जागरुकता अभियान के लिए पर्यटन नगरी धर्मशाला, मैक्लोडगंज के अलावा श्री चामुंडा व कांगड़ा को चुना है, क्योंकि जिले के इन चार स्थानों में पर्यटकों की आमद ज्यादा रहती है और दिनभर चहलकदमी रहती है। आसरा फाउंडेशन की अध्यक्ष नितिका भंडारी के मुताबिक वैश्विक महामारी से सभी सुरक्षित रहें और तीसरी लहर से कांगड़ा बचा रहे इसके लिए जिला प्रशासन के सहयोग से जागरुकता अभियान छेड़ा गया है। हालांकि पर्यटन व धार्मिक स्थलों में ज्यादातर अन्य राज्यों से आने वाले पर्यटक नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं, उन्हें बकायदा संस्था के लोग नियमों का पाठ पढ़ाने के साथ-साथ उन्हें नियमित रूप से मास्क इस्तेमाल करने को प्रोत्साहित किया जा रहा है, ताकि कोविड-19 से बचाव हो सके।

इस संबंध में बकायदा संस्था की ओर जागरुकता पंफलेट भी बांटें जा रहे हैं। इन दिनों धर्मशाला, मैक्लोडगंज, चामुंडा के साथ-साथ कांगड़ा में संस्था के सदस्य तैनात हैं और पर्यटकों सहित स्थानीय बाशिंदों की गतिविधियों पर नजर बनाएं हुए हैं जहां भी कोई नियमों को दरकिनार कर रहे हैं, उन्हें जागरुक किया जा रहा है और मास्क पहनने को कहा जा रहा है। हालांकि जागरुकता कार्यक्रमों के दौरान संस्था के सदस्य भी कोविड की चपेट में आए हैं, लेकिन बावजूद उनका हौसला टूटा नहीं है और जागरुकता के लिए अपनी ओर से सभी प्रयास कर रहे हैं। उधर, आसरा फाउंडेशन के राज्य प्रमुख शेखर भंडारी का कहना है कि यदि हम यूं अभी भी लापरवाही बरतेंगे तो जिला कांगड़ा की जनता को जल्द ही तीसरी लहर का सामना करना पड़ेगा।

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