युवक से 96 हजार की ठगी, 10 दिन बाद भी पुलिस को नहीं मिली बैंक डिटेल

जिला सिरमौर के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब में कार्य करने वाला एक युवक ठगी का शिकार हुआ है। युवक धुरीगेट जिला संगरूर पंजाब का रहने वाला अभिषेक गर्ग है जो कालाअंब में एक उद्योग में कार्य करता है। 13 सितंबर को उन्हें क्रेडिट कार्ड कस्टमर केयर से फोन आया।

By Virender KumarEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 05:02 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 05:02 PM (IST)
युवक से 96 हजार की ठगी, 10 दिन बाद भी पुलिस को नहीं मिली बैंक डिटेल
कालाअम्‍ब में युवक से 96 हजार की आनलाइन ठगी की गई। जागरण आर्काइव

नाहन, जागरण संवाददाता। जिला सिरमौर के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब में कार्य करने वाला एक युवक ठगी का शिकार हुआ है। युवक धुरीगेट जिला संगरूर, पंजाब का रहने वाला अभिषेक गर्ग है, जो कालाअंब में एक उद्योग में कार्य करता है। पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार, 13 सितंबर को उन्हें क्रेडिट कार्ड कस्टमर केयर  से फोन आया। फोन करने वाले युवक ने उन्हें एनीडेस्क एप्लीकेशन डाउनलोड करने के लिए कहा। इसके बाद अभिषेक से सीवीवी नंबर व अकाउंट की डिटेल मांगी गई। थोड़ी देर के बाद जब अभिषेक के खाते से 96,473 ट्रांसफर होने का मैसेज आया। उसके होश उड़ गए।

अभिषेक का अकाउंट एचडीएफसी बैंक कालाअंब शाखा में है। ठगी का शिकार होने के बाद स्थानीय पुलिस थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई। शिकायत के बाद पुलिस थाना की टीम की ओर से मामले में कार्रवाई शुरू की गई। पुलिस की ओर से साइबर सेल नाहन एचडीएफसी बैंक कालाअंब सहित आरबीआइ को मामले की जानकारी दी गई। हैरानी की बात यह है कि 10 दिन बाद भी ठगी करने वाले युवक का अकाउंट न तो फिर से बहाल हुआ है न ही बैंक की ओर से पुलिस को अभी तक डिटेल उपलब्‍ध कराई गई है। इससे पुलिस को भी मामले में आगामी कार्रवाई करने में परेशानी हो रही है। साइबर अपराध के इस तरह के मामलों में देरी करने से अक्सर ठगी का शिकार हुए लोगों को न्याय नहीं मिल पाता।

उधर, इस मामले में एसएचओ कालाअंब योगेंद्र सिंह ने बताया कि अभिषेक की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है। बैंक की ओर से अभी तक जिस खाते में ट्रांजेक्शन हुई है, उसके बारे में पूरी डिटेल उपलब्ध नहीं करवाई गई है। इससे मामले में आगामी कार्रवाई करने में परेशानी हो रही है।

वहीं, इस बारे में एचडीएफसी बैंक कालाअंब शाखा के प्रबंधक हरप्रीत सिंह ने बताया कि अकाउंट की डिटेल देने के लिए उन्हें मुख्य कार्यालय से परमिशन लेनी पड़ती है। अभी तक परमिशन नहीं आई है। जल्द अकाउंट से संबंधित डिटेल पुलिस को उपलब्ध करा दी जाएगी।

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