अंतरराष्ट्रीय वेटलैंड पौंग झील में पहुंचे 40 हजार विदेशी परिंदे, पक्षी प्रेमी पर्यटकों ने किया रुख

Internation Wetland अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त पौंग झील जो हर वर्ष सर्दियों के मौसम में यहां आने वाले प्रवासी पक्षियों के लिए जानी जाती है यहां शुक्रवार को डीएफओ वाइल्डलाइफ रोहन रहाणे ने अपनी टीम के साथ झील का दौरा किया।

By Rajesh SharmaEdited By: Publish:Sat, 05 Dec 2020 11:50 AM (IST) Updated:Sat, 05 Dec 2020 11:50 AM (IST)
अंतरराष्ट्रीय वेटलैंड पौंग झील में पहुंचे 40 हजार विदेशी परिंदे, पक्षी प्रेमी पर्यटकों ने किया रुख
पौंग झील जो हर वर्ष सर्दियों के मौसम में यहां आने वाले प्रवासी पक्षियों के लिए जानी जाती है।

हरिपुर, आनंद किशोर। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त पौंग झील जो हर वर्ष सर्दियों के मौसम में यहां आने वाले प्रवासी पक्षियों के लिए जानी जाती है, यहां शुक्रवार को डीएफओ वाइल्डलाइफ रोहन रहाणे ने अपनी टीम के साथ झील का दौरा किया। उन्होंने बताया दिसंबर के शुरू में की गई गणना के अनुसार अभी तक पौंग झील में करीब 40 हजार विदेशी मेहमान पक्षी अपना सर्दियों का समय व्यतीत करने के लिए पहुंच चुके हैं। जिनमें से बारहेडेड गीज, कॉमन कूट, कॉमन टील, कॉमन पोचार्ड, कार्मोरेंट प्रजाति के पक्षी यहां झील के किनारों पर देखे जा सकते हैं। जिन्हें देखने के लिए पक्षी प्रेमी पर्यटक यहां पर पहुंच रहे हैं।

पौंग झील को पर्यटक की दृष्टि से और अधिक विकसित करने के लिए यहां पर झील किनारे पर स्थित आसपास के गांवों के युवाओं को आने वाले समय में ट्रेनिंग दी जाएगी, जिससे वह यहां पहुंचने वाले पर्यटकों को झील के बारे में तथा उसमें पाई जाने वाली विभिन्न प्रजाति के पक्षियों के बारे में जानकारी दे सकें, जिससे वह अपना व परिवार का भरण पोषण कर सकें तथा स्वरोजगार के अवसर मिल सके।

इस दौरान उन्होंने भटोली फकोरियां के साथ लगते डैम के इलाके का निरीक्षण किया और यहां स्थानीय युवाओं द्वारा चलाए जा रहे पोंग सनसेट प्‍वाइंट रेस्‍तरां की प्रशंसा की। यहां से बिना पक्षियोंं को परेशान किए बिना एक जगह से दूरबीन की सहायता से उन्‍हें निहार सकते हैं और अपनेेे कैमरे में कैद कर सकते हैं। इस दौरान उन्होंने बताया प्रवासी पक्षियों की सुरक्षा के लिए वन्य प्राणी विभाग द्वारा डैम के साथ लगते इलाकों में वन्य प्राणियों व प्रवासी पक्षियों की सुरक्षा के लिए टीमों का गठन किया गया है, जिससे इन पक्षियों को किसी प्रकार की हानि न पहुंचाई जा सके।

chat bot
आपका साथी