दूसरे नवरात्र पर 1200 श्रद्धालु पहुंचे मां भगवती भलेई के दरबार

मां दुर्गा के दूसरे स्वरूप मां ब्रह्मचारिणी को समर्पित दूसरे नवरात्र पर बुधवार को भद्रकाली भलेई माता मंदिर में श्रद्धालुओं ने मां का आशीर्वाद ग्रहण किया। डलहौजी की विधायक आशा कुमारी ने भी मां भद्रकाली के दरबार में शीश नवाकर मां भलेई से कोरोना से मुक्ति की कामना की।

By Neeraj Kumar AzadEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 04:41 PM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 04:41 PM (IST)
दूसरे नवरात्र पर 1200 श्रद्धालु पहुंचे मां भगवती भलेई के दरबार
मां भद्रकाली भलेई के दर्शन के बाद विधायक आशा कुमारी को माता की चुनरी भेंटकर सम्मानित किया गया। जागरण

डलहौजी, संवाद सहयोगी। मां दुर्गा के दूसरे स्वरूप मां ब्रह्मचारिणी को समर्पित दूसरे नवरात्र पर बुधवार को भद्रकाली भलेई माता मंदिर में श्रद्धालुओं ने मां का आशीर्वाद ग्रहण किया। डलहौजी की विधायक आशा कुमारी ने भी मां भद्रकाली के दरबार में शीश नवाकर मां भलेई से कोरोना से मुक्ति व सभी के मंगल की कामना की। इस मौके पर मंदिर प्रबंधक समिति के अध्यक्ष कमल ठाकुर, मंदिर के मुख्य पुजारी डॉ. लोकी नंद शर्मा व अमित शर्मा ने आशा कुमारी को माता की चुनरी व स्मृति चिह्न भेंट किया। विधायक आशा कुमारी चंबा के राजघराने की पुत्रवधु हैं और चंबा के राजघराने की मां भद्रकाली के प्रति अगाध श्रद्धा है। चंबा के राजा प्रताप ङ्क्षसह द्वारा ही मां भलेई के आदेशानुसार भलेई में मां भद्रकाली के मंदिर का निर्माण करवाया गया था। विधायक आशा कुमारी अक्सर मां भलेई के दर्शन के लिए यहां पहुंचती हैं।

दूसरे नवरात्र पर भलेई मंदिर में तड़के से ही भक्तों के आने का क्रम शुरू हो गया था और यह सिलसिला देर शाम तक जारी रहा। मंदिर में पहुंचे भक्तों ने कोरोना से बचाव के नियमों का पालन करते हुए गर्भगृह के बाहर से ही मां भलेई के दर्शन किए। वहीं भक्तों ने लाउड स्पीकर के माध्यम से मंदिर में प्रथम नवरात्र से आरंभ हुए दुर्गासप्तशती के पाठ का भी श्रवण किया। मंदिर प्रबंधक समिति के अनुमान अनुसार बुधवार को लगभग 12 सौ श्रद्धालुओं ने मां भद्रकाली के दरबार में शीश नवाया। वहीं मंदिर प्रबंधक समिति के सदस्यों के साथ बैठक कर मंदिर में हुए विकास कार्यों की समीक्षा की व प्रस्तावित विकास कार्यों के संबंध में समिति सदस्यों से चर्चा की। मंदिर प्रबंधक समिति के अध्यक्ष कमल ठाकुर ने कहा कि बुधवार को लगभग 12 सौ भक्तों ने मां भद्रकाली भलेई का आशीष ग्रहण किया। उन्होंने बताया कि कोरोना से बचाव के उपायों को अपनाते हुए भक्त शारीरिक दूरी का पालन करते हुए व मास्क पहनकर ही मंदिर में प्रवेश कर गर्भगृह के बाहर से ही भगवती भलेई के दर्शन कर रहे हैं। जबकि मंदिर को नियमित रुप से दिन में दो से तीन मर्तबा सैनेटाइज भी करवाया जा रहा है।

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