उज्ज्वल भविष्य के लिए आइटीआइ शाहपुर में 100 प्रशिक्षुओं ने करवाया पंजीकरण
आइटीआइ शाहपुर में चार अक्टूबर को संपन्न हुए अपरेंटिस मेले में लगभग 100 प्रशिक्षणार्थियों ने पंजीकरण करवाया। भारत सरकार की ओर से चलाई जा रही कौशल भारत मिशन प्रशिक्षण महानिदेशालय (डीजीटी) और राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) के सहयोग से एक दिवसीय राष्ट्रीय अपरेंटिसशिप मेले का आयोजन किया गया।
शाहपुर, संवाद सूत्र।
आइटीआइ (औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान) शाहपुर में चार अक्टूबर को संपन्न हुए अपरेंटिसशिप मेले में लगभग 100 प्रशिक्षणार्थियों ने पंजीकरण करवाया। भारत सरकार की ओर से चलाई जा रही कौशल भारत मिशन, प्रशिक्षण महानिदेशालय (डीजीटी) और राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) के सहयोग से एक दिवसीय राष्ट्रीय अपरेंटिसशिप मेले का आयोजन किया गया। यह अपरेंटिसशिप मेला पहले आइटीआइ के प्रांगण में होना था, परंतु बारिश के कारण इसे आइटीआइ के कांफ्रेंस हाल में आयोजित किया गया। इसका शुभारंभ एसडीएम शाहपुर डा. मुरारी लाल ने किया।
अपरेंटिसशिप मेले की बारीकियों से रूबरू करवाया
आइटीआइ शाहपुर के प्रधानाचार्य डा. तरुण कुमार ने डा. मुरारी लाल का स्वागत किया। वहीं माइक्रोटर्नर कंपनी से आए प्रतिनिधि देवेंद्र पठानिया का भी स्वागत किया गया।आइटीआइ के ग्रुप अनुदेशक मनोज ठाकुर ने सभी प्रशिक्षणार्थियों को कार्यक्रम के प्रायोजन के बारे में बताया। आइटीआइ के प्रधानाचार्य डा. तरुण कुमार ने प्रशिक्षणार्थियों को भारत सरकार की ओर से चलाई जा रही इस अपरेंटिसशिप मेले की बारीकियों से रूबरू करवाया कि किस प्रकार प्रशिक्षणार्थियों को इस पोर्टल पर पंजीकरण करवाना है तथा भविष्य में उन्हें कैसे इसका लाभ मिलेगा।
आइटीआइ प्रशिक्षित युवा शिक्षित व्यक्ति से भी बढ़कर : एसडीएम
एसडीएम डा. मुरारी लाल ने कहा कि प्रारंभिक शिक्षा लेना हर नागरिक का अधिकार है और हर प्रशिक्षणार्थी इसे ग्रहण भी करता है, परंतु जो प्रशिक्षु आइटीआइ से कौशल प्रशिक्षण लेता है वह एक शिक्षित व्यक्ति से कहीं आगे निकल जाता है। जो भी प्रशिक्षु आइटीआइ में आता है उसे पूरे मन से अपना उद्देश्य पूरा करना चाहिए। करनैल फर्नीचर हाउस धर्मशाला से आए जगदीप व संदीप ने बताया कि आइटीआइ से हुनर पाकर प्रशिक्षणार्थी स्वयं का उद्योग स्थापित कर सकता है और अपने हुनर के दम पर व्यवसाय को बुलंदियों तक पहुंचा सकता है। वे भी आइटीआइ के प्रशिक्षणार्थी हैं। आइटीआइ की तरफ से इस अपरेंटिसशिप मेले की पहल को आगे बढ़ाते हुए पंजीकरण की पूरी टीम ने सराहनीय कार्य किया। दूर-दूर से विभिन्न व्यावसायों से उत्तीर्ण प्रशिक्षणार्थियों ने इस अप्रेंटिसशिप मेले में आकर पंजीकरण करवाया, ताकि इससे भविष्य में होने वाले अवसर का लाभ उन्हें मिल सके।
प्रशिक्षणार्थियों के लिए अच्छा अवसर : तरुण कुमार
डा. तरुण कुमार ने कहा कि विभिन्न व्यावसायों से उत्तीर्ण बेरोजगार प्रशिक्षणार्थी के लिए यह एक अच्छा अवसर था। यह अप्रेंटिसशिप मेला पूरी तरह निःशुल्क था। किसी भी प्रार्थी से इसकी एवज में कोई शुल्क नहीं लिया गया। इस मेले में कोविड प्रोटोकोल का भी पूर्ण रूप से पालन किया गया।