चौगाठ में बन रहे मिट्टी के बर्तन व दीपक

उपमंडल नादौन में त्योहारी सीजन के मद्देनजर तैयारियां जोरों पर हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 06:30 PM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 06:30 PM (IST)
चौगाठ में बन रहे मिट्टी के बर्तन व दीपक
चौगाठ में बन रहे मिट्टी के बर्तन व दीपक

संवाद सहयोगी, नादौन : उपमंडल नादौन में त्योहारी सीजन के मद्देनजर तैयारियां जोरों पर हैं। चौगाठ गांव में लोग करवा चौथ व दीपावली की तैयारियों में जुटे हुए हैं। कई लोग खासकर महिलाएं भी मिट्टी के बर्तन व दीपक तैयार कर रही हैं।

मुख्यमंत्री ग्रामीण कौशल योजना के अंतर्गत प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान महिलाएं मिट्टी के बर्तन बनाने का हुनर सीख रही हैं ताकि इस परंपरा को संजोकर रखा जा सके। स्थानीय लोगों के अनुसार मिट्टी के बर्तन सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। आज के दौर में मिट्टी के बर्तन का स्थान प्लास्टिक ने ले लिया है जो सेहत के लिए हानिकारक है। चौगाठ निवासी रविकांत, सलोचना व विद्या ने कहा कि मिट्टी के दीपक बनाने में मेहनत लगती है। वे रोजाना 100 से 200 दीपक बना रहे हैं। मिट्टी के दीपक व बर्तन पूरा परिवार बनाता है। कोई मिट्टी गूंथने में लगा है तो किसी के हाथ चाक पर बर्तन को आकार दे रहे हैं। ये लोग मिट्टी की मटकी आदि भी बना रहे हैं। बर्तन बनाने का हुनर सीख रही महिलाएं

चौगाठ निवासी रविकांत ने बताया कि मिट्टी के बर्तन सदियों से तैयार किए जा रहे हैं। उनके पूर्वज भी मिट्टी के बर्तन तैयार करते थे। मुख्यमंत्री ग्रामीण कौशल योजना के अंतर्गत प्रशिक्षण कार्यक्रम मे महिलाएं बर्तन बनाने का हुनर सीख रही हैं ताकि समाज में इस परंपरा को संजोकर रखा जा सके। दीपावली पर्व पर लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए मिट्टी के दीपक जलाए जाते हैं। मिट्टी से निर्मित चार, छह, 12 व 24 दीपों वाली मिट्टी की ग्वालिन की पूजा की जाती है। मिट्टी की छोटी मटकियों में धान की खीलें भरकर उनकी पूजा होती है।

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