एचडीएफसी बैंक में खाता खोलने का आदेश रद हो
समग्र शिक्षा अभियान के तहत समस्त सरकारी स्कूलों को एचडीएफसी बैंक में अकाउंट ओपन करवाने का आदेश वापस लिया जाए।
संवाद सहयोगी, महारल : समग्र शिक्षा अभियान के तहत समस्त सरकारी स्कूलों को एचडीएफसी बैंक में एसएसए खाते खोलने के आदेश वापस लिए जाएं। समग्र शिक्षा अभियान को प्रदेश में 67 शाखाओं वाले निजी बैंक में खाते खोलने के लिए शिक्षकों को विवश न किया जाए। इससे बेहतर होगा कि समग्र शिक्षा अभियान किसी भी राष्ट्रीयकृत बैंक में पहले से खुली खातों को ही पीएफएमएस प्रणाली से जोड़े। राजकीय टीजीटी कला संघ के प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कौशल, उपाध्यक्ष मदन लाल, महासचिव विजय हीर, स्टेट डेलीगेट संजय ठाकुर और समस्त राज्य कार्यकारिणी ने कहा कि जब एसएसए के अनुदान के लिए अनेकों वर्षों से खाते स्कूलों ने सुविधा से विभिन्न बैंकों में खोल रखे हैं तो उनको नए खाते खोलने के लिए कहना तर्कसंगत नहीं है।
निजी बैंक में खाते खोलने के लिए स्कूल के मुखिया का आधार कार्ड और पैन कार्ड इस्तेमाल किया जा रहा है जोकि शिक्षकों को रास नहीं आ रहा। अगर स्कूलों के टेन नंबर के साथ खाते खोले जाते तो बेहतर होता मगर ऐसा भी नहीं किया जा रहा। प्रदेश में एचडीएफसी बैंक की 67 शाखाएं हैं और आठ शाखाएं खुलने वाली हैं मगर 220 शिक्षा खंडों के लिए मात्र 75 शाखाएं होना शिक्षकों और एसएमसी सदस्यों के लिए जटिल होने वाला है। कम शाखाएं होने के चलते मैदानी इलाकों में 30 से 50 किलोमीटर और दुर्गम इलाकों में 60 से 100 किलोमीटर दूरी तय करके एसएसए फंड निकलाने होंगे यानि एक दिन शाखा जाने और एक दिन वापिस आने में लगेगा। इस तरह टीएडीए का प्रविधान भी फंड निकासी के लिए करना पड़ सकता है और यह सरकारी धन का दुरुपयोग होगा।