इवेंट के लिए अपने स्तर पर फंड जुटाएंगे कॉलेज व विश्वविद्यालय
हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर ने आगामी शैक्षणिक स
जागरण संवाददाता, हमीरपुर : हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर ने आगामी शैक्षणिक सत्र से राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को लागू करने की कार्ययोजना बनाई है। मंगलवार को तकनीकी विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय शिक्षा नीति की क्रियान्वयन समिति की बैठक हुई। इसकी अध्यक्षता शासक मंडल के सदस्य एवं विधायक नरेंद्र ठाकुर ने की।
कुलपति प्रो. एसपी बंसल ने कहा कि तकनीकी विश्वविद्यालय को ग्लोबल व आत्मनिर्भर बनाने के लिए नए शैक्षणिक सत्र से राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू किया जाएगा। इसका उद्देश्य विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर बनाना है। अब तकनीकी विवि प्रेक्टिकल के अलावा 50 फीसद इवेंट व 50 फीसद थ्योरी की पढ़ाई करवाएगा। इवेंट के लिए तकनीकी विवि व सभी शिक्षण संस्थान अपने स्तर पर अलग से फंड का प्रावधान करने की व्यवस्था करेंगे। उन्होंने तकनीकी विवि से संबंधित सभी निजी व सरकारी शिक्षण संस्थानों को 28 फरवरी तक कॉलेज स्तर क्रियान्वयन समिति के 40 बिदुओं की कार्ययोजना बनाकर भेजने के निर्देश दिए।
कुलपति ने कहा कि राज्य शिक्षा प्रौद्योगिकी मंच बनाया जाएगा। इसके माध्यम से स्कूली व उच्च शिक्षा की बेहतरी के लिए योजना बनाई जाएगी। अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट और ऑनलाइन डिस्टेंस लर्निंग पर अगले सत्र से तकनीकी विवि फोकस करेगा। नौकरी के साथ पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों के लिए वर्चुअल लैब की व्यवस्था की जाएगी। तकनीकी विवि को ग्लोबल विश्वविद्यालय बनाने के लिए विश्व के टॉप 200 विश्वविद्यालयों के साथ एमओयू साइन करने के लिए विशेष कार्य योजना बनाई जाएगी। समिति के 40 बिदुओं को लागू करने के लिए जल्द आठ विभिन्न समितियां गठित की जाएंगी। सबसे पहले छह विजन प्लान पर काम किया जाएगा। विधायक नरेंद्र ठाकुर ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति नई पीढ़ी और समाज में बदलाव लाएगी।
बहु-विषयक शिक्षा व अनुसंधान विश्वविद्यालय पर फोकस
कुलपति ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्यम से बहु-विषयक शिक्षा व अनुसंधान विश्वविद्यालय पर फोकस होगा। आने वाले समय में हर कॉलेज अपने स्तर पर स्वायत होगा। तकनीकी विवि से संबंधित महाविद्यालयों में कम से कम तीन हजार विद्यार्थी होना अनिवार्य होगा। इसके लिए सभी शिक्षण संस्थानों को अभी से प्रयास करने होंगे।
इस मौके पर तकनीकी विवि की क्रियान्वयन समिति के सदस्य सचिव एवं अधिष्ठाता शैक्षणिक प्रो. कुलभूषण चंदेल, शासक मंडल के सदस्य अश्वनी कौशल, अधिष्ठाता फॉर्मेसी प्रो. राजेंद्र गुलेरिया, अधिष्ठाता अभियांत्रिकी प्रो. धीरेंद्र शर्मा, तकनीकी शिक्षा विभाग के सह निदेशक सुनील वर्मा आदि मौजूद रहे।