एक कमरे में चल रहा पशु औषधालय
संवाद सहयोगी जाहू भले ही प्रदेश सरकार ने पंचायतस्तर पर पशु औषधालय खोले हैं लेकिन सुविधा
संवाद सहयोगी, जाहू : भले ही प्रदेश सरकार ने पंचायतस्तर पर पशु औषधालय खोले हैं, लेकिन सुविधाओं के अभाव में कर्मचारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसी ही हालत लदरौर स्थित पशु औषधालय की है। जहां पर न तो पीने के पानी की व्यवस्था है और न ही शौचालय। इसके साथ ही चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की कमी भी साफ देखी जा सकती है।
भोरंज उपमंडल की झरलोग पंचायत के लदरौर में पंचायत प्रतिनिधियों व ग्रामीणों की मांग पर तत्कालीन शिक्षा मंत्री एवं पूर्व विधायक स्वर्गीय ईश्वर दास धीमान ने मुख्यमंत्री पशुधन योजना के अतंर्गत लदरौर पशु औषधालय का उद्घाटन किया था। इस पशु औषधालय के अधीन लदरौर कलां, लदरौर खुर्द, धसमांही, ठाणा, मंडेत्तर, झरलोग उपरला व झरलोग निचला समेत सात गांवों के पशुपालकों को लाभ मिला था। झरलोग पंचायत के ग्रामीणों का मुख्य व्यवसाय पशु पालन व खेतीबाड़ी होने के कारण प्रत्येक घर में गाय, भैंस, भेड़-बकरियां मौजूद हैं। इसके साथ ही लदरौर पशु औषधालय के अंतर्गत करीब 600 पशुओं का आंकड़ा दर्ज है। इनमें भैंसों की संख्या सबसे अधिक है। आठ साल बीतने के बाद भी पशु औषधालय को अपना भवन नसीब नहीं हो पाया है। इससे पशु औषधालय एक कमरे में ही चल रहा है। पशु औषधालय में सेवारत फार्मासिस्ट जब पशुओं के बीमार होने पर गांवों में जाते हैं तो औषधालय में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के अभाव से ताला लगाना पड़ता है। फार्मासिस्ट प्रदीप धर्माणी का कहना है कि समस्याओं के बावजूद पशुपालकों को बेहतर चिकित्सीय सुविधा दी जा रही है।
पंचायत पशु औषधालय के लिए तलाश रही भूमि : नरेश
झरलोग पंचायत प्रधान नरेश ठाकुर का कहना है कि लदरौर पशु औषधालय सोसायटी के कमरे में चल रहा है। झरलोग पंचायत में सरकारी भूमि नहीं है। इसके लिए पंचायत भूमि की तलाश कर रही है। उन्होंने भोरंज की विधायक कमलेश कुमारी से मांग की है कि पशु औषधालय के लिए चर्तुथ श्रेणी के कर्मचारी का पद सृजित करवाया जाए।