दो प्रेम लालों के चक्रव्यूह में फंसा राजू के पांच साल का काम
पंचायत समिति के चुनाव में इन दिनों चर्चा है कि दो प्रेम लालों के चक
संवाद सहयोगी, भोरंज : जाहू पंचायत समिति के चुनाव में इन दिनों चर्चा है कि दो प्रेम लालों के चक्रव्यूह में फंस गया राजू के पांच साल का काम। निवर्तमान पंचायत प्रधान राजू, वार्ड एक डोहग के निवर्तमान पंच प्रेम लाल (प्रेमू) व सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य प्रेम लाल चुनाव मैदान में हैं। तीनों में कड़ा मुकाबला होने की संभावना है।
राजू 15 साल से पंचायत में लगातार जनसेवा के कार्य कर रहे हैं। 2005 में वह जाहू पंचायत के वार्ड सदस्य चुने गए थे। 2010 में उन्होंने पंचायत समिति सदस्य का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। 2015 में जाहू पंचायत में प्रधान पद का चुनाव लड़ा और सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य प्रेम लाल व जोगिद्र सिंह गिन्नी को कांटे की टक्कर दी। उन्होंने प्रेम लाल को 105 मतों से हराकर प्रधान पद पर कब्जा किया। प्रेम लाल हार के जख्म को भरने के लिए बीडीसी का चुनाव जीतने के लिए मैदान में उतरे हैं। वह इस बार चुनाव में पिछली गलती को न दोहराने की बात लोगों से कह रहे हैं। निवर्तमान पंच प्रेम लाल (प्रेमू) भी लोगों के बीच जाकर विकास करवाने के दावे कर रहे हैं। करीब तीन हजार मतदाताओं वाली जाहू पंचायत के नौ वार्डों में पुरुषों की अपेक्षा महिला मतदाताओं की संख्या अधिक है। तीनों उम्मीदवार चुनाव जीतने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं।
ये रहे बीडीसी सदस्य
1992 में सीता राम पंचायत समिति बने। 1995 में कर्म सिंह जीते लेकिन सरकारी नौकरी लगने के कारण 1997 में उपचुनाव हुए। इसमें बलदेव सिंह ठाकुर जीते। 2000 में जोगिद्र सिंह, 2005 में प्रीतम चंद, 2010 में राजू व 2015 में चमन लाल काकू ने विनोद कुमार को हराया था।