वन वृत्त हमीरपुर में बनेंगी स्वर्णिम वाटिकाएं

वनों को आग से बचाने के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा। वना

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Feb 2021 06:52 PM (IST) Updated:Sun, 28 Feb 2021 06:52 PM (IST)
वन वृत्त हमीरपुर में बनेंगी स्वर्णिम वाटिकाएं
वन वृत्त हमीरपुर में बनेंगी स्वर्णिम वाटिकाएं

रणवीर ठाकुर, हमीरपुर

वनों को आग से बचाने के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा। वनों की रखवाली करना वन विभाग की जिम्मेदारी तो है ही पर गांव के लोग भी आगे आएं तो इनके संरक्षण में सहयोग मिलेगा। वन माफिया पर लोगों के सहयोग से लगाम लगाई जा सकती है। इसलिए जहां कहीं भी पेड़ पर कुल्हाड़ी चले तो तुरंत वन विभाग को सूचित करें। जंगलों को बचाने व नए वन तैयार करने के लिए पंचायत प्रतिनिधियों का सहयोग बेहद जरूरी है। यह बात वन वृत्त हमीरपुर के मुख्य अरण्यपाल अनिल जोशी ने दैनिक जागरण से विशेष बातचीत में कही। प्रस्तुत हैं बातचीत के मुख्य अंश:-

वन विभाग की लोगों की सुविधा के लिए क्या योजना है?

वन विभाग सरकार के सहयोग से वन वृत्त हमीरपुर के 12 विधानसभा क्षेत्र में एक-एक हेक्टेयर जमीन पर एक योजना के तहत स्वर्णिम वटिका बनाने का जा रहा है। स्वर्णिम वाटिका अलग तरह की होंगी। इसमें ऑरियंटिल प्लांट स्थापित किए जाएंगे और लोगों के लिए घूमने फिरने की पूरी सुविधा प्रदान की जाएगी ।

वन वृत्त हमीरपुर में कितना एरिया स्थापित है?

वन वृत्त हमीरपुर में कुल 679 वर्ग किलामीटर एरिया स्थापित है। हमीरपुर में 165 वर्ग किलोमीटर, देहरा में 301 वर्ग किलोमीटर व ऊना में 212 वर्ग किलोमीटर एरिया स्थापित है, जिसमें सरकार की हर योजना के तहत पुराने जंगलों को बचाए रखने व नए जंगल तैयार करने की योजना पर कार्य जारी है।

एक बूटा बेटी के नाम योजना के प्रति क्या लोग संजीदा हैं?

लोग पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधारोपण का महत्व समझने लगे हैं। विभाग भी लोगों को इसके प्रति लोगों को जागरूक कर रहा है। जिला की 248 पंचायतों के अलावा ऊना व देहरा में भी इस योजना के तहत हर बेटी के नाम वन विभाग पौधा लगा रहा है ताकि पर्यावरण सरंक्षण को बल मिल सके। अभिभावक इसमें रूचि दिखा रहे हैं।

पाइन नीडल योजना क्या अपने उद्देश्य की पूर्ति कर रही है?

पाइन निडल योजना के तहत हमीरपुर में दो औद्योगिक इकाइयां, ऊना में एक और देहरा में एक इकाई स्थापित की जा रही हैं। जंगलों से चीड़ की पत्तियों को एकत्रित करके जंगलों को आग से बचाने के लिए प्रमुखता से कार्य किया जा रहा हैं। चीड़ पत्तियों से लोग स्वरोजगार को अपना रहे हैं।

शिकारियों पर लगाम कसने की विभाग की क्या योजना है?

जंगली जानवरों को निशाना बनाने वाले शिकारियों पर विभाग पैनी नजर रखे हुए है। हर बीट में वनरक्षक तैनात किए गए हैं। लोग, पंचायत प्रतिनिधि, युवक व महिला मंडल भी ऐसे लोगों की सूचना विभाग तक पहुंचा सकते हैं जो जंगली जानवरों को नुकसान पहुंचा रहे हैं।

चीड़ व खैर के अवैध कटान रोकने के लिए विभाग कितना गंभीर है?

वन माफिया पर कड़ा शिकंजा कसा जा रहा है। वन विभाग के कर्मचारियों को भी हथियार दिए गए हैं। कई टीमें गठित कर रात्रि गश्त कर चीड़ व खैर का अवैध कटान करने वालों पर नजर रखी जा रही है। वन माफिया की निष्क्रिय करने के लिए कोसी कसर नहीं छोड़ी जा रही है।

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