चेक डैम बदलेगा आठ परिवारों की तकदीर
संवाद सहयोगी जाहू केंद्र व प्रदेश सरकार की योजनाओं से पंचायतों को हर वर्ष लाखों रुपये वि
संवाद सहयोगी, जाहू : केंद्र व प्रदेश सरकार की योजनाओं से पंचायतों को हर वर्ष लाखों रुपये विकास कार्यों के लिए मिल रहे हैं लेकिन इस पैसे का अगर सही सदुपयोग हो तो ग्रामीण क्षेत्र की आर्थिकी स्थिति मजबूत हो सकती है।
भोरंज उपमंडल की भौंखर पंचायत का मैरा गांव हमीरपुर और बिलासपुर जिला को जोड़ने वाले मैरा नाले के साथ बसा है। यहां सालों से एक छोटा सा नाला बहता है। इसमें सालभर पानी रहता है। दोनों ओर से गहरा स्थान होने के कारण जल का स्तर भी बना रहता है लेकिन पानी के सदुपयोग के लिए ग्रामीणों ने अपने स्तर पर योजना तैयार करने पंचायत की ग्राम सभा में चेक डैम बनाने की मांग की। मैरा गांव में करीब आठ ही परिवार रहते हैं। समस्त ग्रामीणों की भूमि एक साथ है जोकि करीब 150 कनाल तक है।
भौंखर पंचायत प्रतिनिधियों ने मनरेगा से चेक डैम का निर्माण करने के लिए छह लाख रुपये का प्रस्ताव पास करके निर्माण कार्य को अंजाम दिया है। मैरा नाले में बेकार बह रहे पानी को रोकने के लिए दो चेक डैमों को निर्माण किया है। एक चेक डैम की गहराई करीब छह फीट है तथा दूसरे की गहराई कम है। चेक डैम से ग्रामीणों को सबसे बढ़ा लाभ यह हुआ है कि साथ लगते कुएं के जलस्तर पर बेहद वृद्धि हुई है।
ग्रामीण संजीव कुमार, रामप्रकाश, राजेंद्र कुमार, राजकुमार, रमेश चंद, प्रदीप कुमार, ओमप्रकाश का कहना है कि चेक डैम से करीब 150 कनाल भूमि को सिचाई की सुविधा मिल गई है। ग्रामीणों द्वारा स्वयं तैयार किए गए पंप हाउस से पानी की दो टंकियों में डालकर खेतों की सिचाई के लिए प्रयोग में लाया जाएगा। चैक डैम के निर्माण कार्य का खंड विकास अधिकारी भोरंज मनोज शर्मा ने निरीक्षण करके कार्य की सराहना कर चुके हैं।
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चेक डैम ग्रामीणों के लिए वादान साबित होगा। चेक डैम के निमार्ण कार्य में गुणवत्ता और पारदर्शिता को प्रमुखता दी गई है। चेक डैम में मछली पालन को बढ़ावा देने की योजना है। जल्द ही मछली की बीज डाल कर स्थानीय युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ा जाएगा।
-नवीन कुमार, उपप्रधान, भौंखर पंचायत।