प्रत्याशियों के आगे बेसहारा पशुओं का मुद्दा

दीनानाथ शास्त्री जाहू पंच उपप्रधान प्रधान बीडीसी और जिला परिषद का चुनाव लड़ रहे प्रत्याि

By JagranEdited By: Publish:Thu, 14 Jan 2021 05:23 PM (IST) Updated:Thu, 14 Jan 2021 05:23 PM (IST)
प्रत्याशियों के आगे बेसहारा पशुओं का मुद्दा
प्रत्याशियों के आगे बेसहारा पशुओं का मुद्दा

दीनानाथ शास्त्री, जाहू

पंच, उपप्रधान, प्रधान, बीडीसी और जिला परिषद का चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों के समक्ष मतदाता बेहसरा पशुओं की समस्या का मुद्दा प्रमुखता से उठा रहे हैं। उसी प्रत्याशी को वोट देने की बात कर रहे हैं जो समस्या का स्थायी हल करे।

भोरंज उपमंडल की 12 पंचायतों की करीब 30 हजार आबादी बेसहारा पशुओं से ग्रस्ति है। किसान व पशुपालक मंत्रियों व प्रशासनिक अधिकारियों से समस्या से निजात दिलाने के लिए कई बार गुहार लगा चुके हैं। इसके बावजूद समस्या हल नहीं हुई है। भोरंज उपमंडल की जाहू, मुंडखर, भकेहड़ा, कड़ोहता, भलवानी, बाहन्वी, बडै़हर, धमरोल, धिरड़, बधानी, चंबोह, कक्कड़, भुक्कड़ आदि पंचायतों में फसल भी नहीं हो रहा है लोग डिपुओं पर आश्रित हो गए हैं।

------------------

किसान बेसहारा पशुओं की समस्या से परेशान हैं। बार-बार नुकसान से किसान खेतीबाड़ी करना छोड़ रहे हैं। सरकार से बार-बार मांग करने पर भी बेहसरा पशुओं की समस्यों हल नहीं हो रही है। उसी प्रतिनिधि को वोट देंगे जो समस्या को हल करने में सक्षम होगा।

-राकेश कुमार जबोठ।

----------------

जाहू में रात के समय पशुओं को बेसहारा छोड़ा जा रहा है। मुंडखर पुल से जाहू पुल तक सुनैहल खड्ड के किनारे उपजाऊ भूमि बंजर हो गई है। सरकार को बेसहारा पशु छोड़ने वालों के खिलाफ कानून बनाना चाहिए। इसके लिए प्रतिनिधियों को सख्ती बरतनी होगी।

-चमन लाल जाहू

-----------------

बेसहारा पशु लोगों की जान के दुश्मन भी बने हुए हैं। मुंडखर पंचायत के अधिकांश किसानों ने कंटीली तार से बार्डबंदी कर दी है। इसके बावजूद फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं। समस्या को हल करने वाले को वोट दूंगा।

-अश्वनी कुमार मुंडखर।

----------------

कोट पंचायत की भूमि उपजाऊ है। सीर खड्ड में सालभर पानी रहता है। इससे बेसहारा पशुओं दिन में झुंड बना कर रहते हैं लेकिन रात को फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं।

-अनुराग कंज्याण।

------------------

प्रदेश सरकार तीन साल से पंचायत स्तर पर गोशालाएं बनाने की घोषणा कर रही है। लेकिन बेसहारा पशुओं की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। जो भी प्रतिनिधि समस्या को हल करने के लिए आगे आएगा उसे समर्थन दिया जाएगा।

-तिलक शर्मा, लदरौर।

chat bot
आपका साथी