Coronavirus Effect: कोरोना वायरस से पर्यटन उद्योग को तगड़ा झटका होटल व्यवसायियों की बड़ी चिंता
Coronavirus Effect कोरोना वायरस से पर्यटन उद्योग पर भी झटका लगा है जिससे होटल व्यवसायी काफी चिंतित हैं और सरकार से राहत पैकेज की मांग कर रहे हैं।
धर्मशाला, एएनआइ। कोरोना वायरस के कारण पर्यटन उद्योग को भी तगड़ा झटका लगा है। धर्मशाला के एक होटल व्यवसायी विजय इंदर का कहना है कि "एक साल में कुल राजस्व का 50-60% हिस्सा अप्रैल, मई और जून में कमायी हो जाती थी। लेकिन कोरोना वायरस के कारण अब हम ये कमायी नहीं कर पायेंगे। हम चिंतित हैं कि हम अपना खर्च कैसे उठाएंगे।" इस बीमारी के कारण लोग काफी डरे हुये हैं ऐसे में पर्यटक काफी समय तक यहां नहीं आयेंगे। सरकार ने केवल तीन महीने के लिए ऋण पर ब्याज को स्थगित कर दिया है। हमारी मांग है कि इसे कम से कम एक वर्ष के लिए बढ़ाया जाए। पर्यटन उद्योग के लिए सरकार को एक राहत पैकेज की घोषणा करनी चाहिए।
गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण के कारण हिमाचल में करीब 15 लाख लोगों का रोजगार बंद हो गया है। परिवहन, पर्यटन व उद्योग समेत कोई भी क्षेत्र लॉकडाउन की मार से अछूता नहीं रहा है। इतना तय है कि कोरोना से जल्द निजात नहीं मिलने वाली, इसके लिये सरकार व लोगों को ऐसे उपाय निकालने होंगे। , जिससे जिंदगी भी चलती रहे और कोरोना से जंग पर भी इसका असर न हो।
पर्यटन अर्थव्यवस्था को सामान्य होने में कितना समय लगेगा कहना मुश्किल है पहाड़ों का जीवन वैसे भी पहियों पर निर्भर करता है। यहां के करीब 4 लाख लोग बस, ट्रक, टैक्सियों व ऑटोरिक्शा समेत अन्य परिवहन के साधनों से अपना पेट भरते हैं। मात्र खेतीबाड़ी से परिवार का पालन-पोषण नहीं हो पाता। लेकिन उद्योगों के सहारे परिवार का पालन पोषण करने वाले भी घर बैठे हैं। हिमाचल अगर जल्द इस कोरोना संकट से बाहर नहीं निकला तो गैर सरकारी क्षेत्र में लाखों लोगों को दो वक्त की रोटी का संकट झेलना पड़ सकता है।
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