शिवनगरी में नियम धुआं-धुआं
नगर पंचायत बैजनाथ पपरोला के गठन हुए तीन साल हो गए है। मगर डंपिग साइट के अभाव में कूड़े कचरे को बिनवा खड़ के किनारे पर जलाया जा रहा है। परिणामस्वरूप वातावरण प्रदूषित है तो पानी भी प्रदूषित हो रहा है। सुबह अगर आप यहां से पैदल निकलते है तो नाक और मुंह पर रुमाल रखना पड़ता है।
मुनीश सूद, पपरोला
शिव नगरी बैजनाथ में नियम धुआं-धुआं हैं। यहां खुले में कचरा जलाया जा रहा है और इससे पर्यावरण को भी नुकसान हो रहा है। हैरानी की बात है कि नगर पंचायत बैजनाथ-पपरोला के गठन को तीन साल हो गए हैं पर आजतक डंपिंग साइट का चयन नहीं हो सका है।
11 वार्डो वाली नगर पंचायत के पास डंपिंग साइट न होने से दोनों कस्बों से निकलने वाले कचरे को कर्मचारी बिनवा खड्ड के किनारे ठिकाने लगा रहे हैं। तीन साल से यह कार्य अधूरा है। पहले नगर पंचायत ने बुहली कोठी में डंपिग साइट को शुरू किया था पर ग्रामीणों के विरोध करने पर इसका काम बंद करवाना पड़ा था। इसके बाद बैजनाथ के पंडोल रोड पर भी डंपिंग साइट के लिए जगह देखी गई पर यहां भी लोगों ने विरोध की आवाज बुलंद की। परिणामस्वरूप यह कार्य आजतक बंद पड़ा है। अब हालत यह है कि दोनों कस्बों में कूड़े के ढेर देखे जा सकते हैं। हालांकि नगर पंचायत कुछ स्थानों से कूड़ा उठाती तो है लेकिन यह नाकाफी है। लोगों का कहना है कि घरों से कूड़ा हफ्ते में सिर्फ दो बार ही उठाया जाता है। नगर पंचायत ने कुछ जगहों पर कूड़ादान भी लगाए हैं पर यहां भी स्थिति विकट हो जाती है, क्योंकि इसे खाली करना मुश्किल हो जाता है। कई दिन तक कूड़ादान खाली नहीं होते हैं और कचरा बाहर निकलना शुरू हो जाता है। अब नगर पंचायत के सामने यह समस्या विकराल रूप धारण कर चुकी है कि कचरे को उठाकर इसका सही निष्पादन किस प्रकार हो। लिहाजा, बिनवा खड्ड के समीप थोड़े-थोड़े अंतराल के बाद कचरे को जलाना आरंभ कर दिया गया है। साथ ही इससे बची गंदगी सीधे खड्ड् में जा रही है और पानी दूषित हो रहा है। इतना ही नहीं जिस जगह गंदगी डाली जा रही है, वहां खीर गंगा घाट भी है और इससे लाखों लोगों की आस्था भी जुड़ी है। लोग यहां दूर-दूर से स्नान करने आते हैं। अक्सर कूड़े पर बेसहारा पशु और पक्षी मंडराते रहते है।
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बैजनाथ का नाम बहुत सुना था लेकिन प्रवेश द्वार पर खड्ड किनारे से उठते धुएं से बहुत परेशानी हुई है। प्रशासन को इस समस्या के समाधान के लिए कदम उठाना चाहिए।
राहुल जसवाल, श्रद्धालु नगर पंचायत की ओर से कूड़ा बिनवा खड्ड के किनारे जलाया जा रहा है। धुआं इतना ज्यादा है कि मुंह पर रूमाल रखने के लिए मजबूर होना पड़ता है।
-अभिषेक भारती, श्रद्धालु खड्ड के मुहाने पर कूड़ा जलाया जा रहा है। लिहाजा इसके प्रभाव से पानी भी प्रदूषित हो रहा है। नगर पंचायत को इस पर तत्काल रोक लगनी चाहिए।
शगुन ठाकुर, स्थानीय निवासी कचरे को खुले में और पानी के किनारे नहीं जलाया जाना चाहिए। इससे पानी भी प्रदूषित हो रहा है। कई मर्तबा दुर्गंध के कारण यहां से निकलना भी मुश्किल हो जाता है।
-दुर्गा राम, स्थानीय निवासी डंपिग साइट का चयन कर लिया है। सभी विभागों का अनापत्ति प्रमाणपत्र मिल गया है। जल्द जमीन विभाग के नाम हो जाएगी। इसके बाद डंपिग साइट शुरू कर कूड़े को यहां नहीं फेंका जाएगा।
रुचि कपूर, चेयरपर्सन नगर पंचायत