बसों की रफ्तार से बढ़ी राहत

जागरण संवाददाता धर्मशाला अनलॉक दो के बाद बदले हालात के बीच कांगड़ा जिले में निजी बसो क

By JagranEdited By: Publish:Wed, 15 Jul 2020 05:00 AM (IST) Updated:Wed, 15 Jul 2020 06:16 AM (IST)
बसों की रफ्तार से बढ़ी राहत
बसों की रफ्तार से बढ़ी राहत

जागरण संवाददाता, धर्मशाला : अनलॉक दो के बाद बदले हालात के बीच कांगड़ा जिले में निजी बसो के पहिये घूमने शुरू हो गए हैं। कांगड़ा जिले में 300 ऑपरेटरों की करीब 900 बसें हैं और वर्तमान में 300 गाड़ियों का संचालन शुरू हो गया है। शुरुआत में कुछ ही ऑपरेटरों ने बसें चलाई थीं लेकिन अब एक तिहाई चलनी शुरू हो गई हैं। सरकार से सौ फीसद सवारियां बैठाने की अनुमति मिलने के बाद अब डीजल, चालक व कंडक्टर का खर्च कुछ हद तक पूरा हो रहा है। कई जगह सवारियां कम मिलने से घाटा भी हो रहा है लेकिन ऑपरेटर लोगों की सुविधा के लिए बस सेवाएं सुचारू रखे हुए हैं।

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टोकन टैक्स व विशेष पथकर में मिले छूट

निजी बस ऑपरेटर संघ जिला कांगड़ा के सदस्यों ने मंगलवार को वीडियो काफ्रेंस के माध्यम से बैठक अध्यक्ष हैप्पी अवस्थी की उपस्थिति में की। इस मौके पर सरकार से टोकन टैक्स और विशेष पथकर में 31 जुलाई के बाद अतिरिक्त छूट देने की मांग की। साथ ही बस ऑपरेटरों के पक्ष में आर्थिक पैकेज दो लाख प्रति बस को बढ़ाकर तीन लाख सुनिश्चित करने की मांग की ताकि दोबारा कारोबार शुरू करने में कोई परेशानी न हो।

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चारों बसें रोजाना कांगड़ा-53 मील योल रूट पर चल रही हैं। प्रति बस खर्च भी हो रहे हैं। सवारी भी कम ही मिल रही है। लोगों की सुविधा के लिए बस सेवा चलाए हुए हैं।

-अमनदीप कौंडल

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रोजाना तीन बसें धर्मशाला-पालमपुर रूट पर चल रही हैं। आमदनी प्रति बस 2700 से 2800 रुपये के बीच हो रही है। अब भी सवारियां भरपूर नहीं मिल रही हैं।

-रिशू वालिया

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स्थानीय रूटों पर चार बसें चलाई जा रही हैं। पहले डीजल का खर्च भी नहीं निकल पा रहा था पर अब हालात में सुधार हुआ है। चालक व परिचालक का खर्च भी निकलना शुरू हुआ है।

-अनुज बलौरिया

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धीरे-धीरे काम बढ़ना शुरू हुआ है। हमारी चार बसें चल रही हैं और एक रूट कांगड़ा-मंडी का भी है। कुछ मांगों के समर्थन में सरकार को अवगत करवाया था। उम्मीद है जल्द पूरी होंगी।

प्रवीण दत्त शर्मा, अध्यक्ष प्रदेश संघर्ष समिति।

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सरकार के आदेशानुसार बसें चला रहे हैं। कई ऑपरेटर अब भी बसों को नहीं चला रहे हैं। जिला कांगड़ा की एक यूनियन ने अधिकतर बसों को सड़कों पर उतारा है। हम परिवहन मंत्री का मांगें मानने के आश्वासन के लिए धन्यवाद करते हैं।

-हैप्पी अवस्थी, अध्यक्ष जिला कांगड़ा निजी बस ऑपरेटर यूनियन

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