बिना वित्तीय लाभ प्लेसमेंट देने पर शिक्षकों में रोष

हिमाचल शिक्षक मंच ने हाल ही में जारी की प्रधानाचार्यो की बिना किसी वितिय लाभ के की गई प्लेसमेंट पर निराशा जाहिर की है। मंच के प्रदेश संयोजक सदस्य अश्वनी भटट, संजय मोगू, संजीव राणा, सुनील राजपूत, तपिश थापा , विजय शमशेर भंड़ारी व अमित शर्मा के अनुसार प्रदेश में पूर्व सरकार के समय में जो गलत तरीके से नियमित नियुक्तियों के स्थान पर प्लेंसमेंट देने की परंपरा ड़ाली गई थी उसे वर्तमान समय में भी जारी रखने से प्रदेश के

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Nov 2018 05:40 PM (IST) Updated:Fri, 16 Nov 2018 05:40 PM (IST)
बिना वित्तीय लाभ प्लेसमेंट देने पर शिक्षकों में रोष
बिना वित्तीय लाभ प्लेसमेंट देने पर शिक्षकों में रोष

जागरण संवाददाता, धर्मशाला : हिमाचल शिक्षक मंच ने हाल ही में प्रधानाचार्यो की बिना किसी वित्तीय लाभ की गई प्लेसमेंट पर निराशा जाहिर की है। मंच के प्रदेश संयोजक सदस्य अश्वनी भट्ट, संजय मोगू, संजीव राणा, सुनील राजपूत, तपिश थापा, विजय शमशेर भंडारी व अमित शर्मा ने बताया कि प्रदेश में पूर्व सरकार के समय में जो नियमित नियुक्तियों के स्थान पर प्लेसमेंट देने की परंपरा डाली गई थी उसे वर्तमान समय में भी जारी रखने से प्रदेश के शिक्षक निराश हैं। जिस कोर्ट केस के कारण पूर्व में नियमित नियुक्तियां नहीं दी जा रही थीं उसका फैसला आए हुए एक वर्ष से ज्यादा का समय बीत चुका है, जिसमें उच्चतम न्यायालय ने भूतपूर्व सैनिकों की वरिष्ठता को असंवैधानिक करार देते हुए पदोन्नतियों पर लगी रोक को हटा दिया है। इसके बाद प्रदेश सरकार ने 2008 से 2011 तक के 800 के लगभग प्रधानाचार्यो की नियुक्तियों को नियमित भी किया है, परंतु उसके बाद इस कार्य पर विराम लगा दिया है। प्रदेश के प्रधानाचार्यो को उम्मीद थी कि 2018 तक के सभी प्रधानाचार्यो की पदोन्नतियों को नियमित करने के साथ-साथ अब भविष्य में भी नियुक्ति या पदोन्नति प्लेसमेंट के आधार पर नहीं होगी। शिक्षा मंत्री व शिक्षा सचिव भी इस विषय पर कह चुके हैं कि प्रधानाचार्यो की नियुक्तियां नियमित ही होंगी, परंतु फिर से प्लेसमेंट सूची जारी करके केवल प्रधानाचार्य के पद का प्रभार देना सही नहीं है। हिमाचल शिक्षक मंच मांग करता है कि प्रदेश में पहले से लगे प्रधानाचार्यो को तुरंत नियमित किया जाए व वर्तमान में की गई पदोन्नति सूची को भी नियमित किया जाए। भविष्य में कोई भी पदोन्नति प्लेसमेंट के आधार पर न करके नियमित आधार पर वित्तीय लाभों के साथ ही की जाए। उन्होंने कहा कि मंच का एक प्रतिनिधिमंडल भी इस विषय में शिक्षा मंत्री को उनके धर्मशाला प्रवास के दौरान ज्ञापन सौंप कर नियमित पदोन्नतियों की मांग करेगा।

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