बाहरी राज्यों के 16 जेई को बिजली बोर्ड में तैनाती पर मचा घमासान

राज्य बिजली बोर्ड में जूनियर इंजीनियर (जेई) की नियुक्ति को लेकर बवाल मच गया है। बिजली बोर्ड में जेई के 29 पदों को भरा गया है। 29 में से 16 उम्मीदवार दूसरे राज्यों से संबंध रखते हैं। आयोग के माध्यम से हुई परीक्षा के बाद ये चयनित हुए हैं।

By Neeraj Kumar AzadEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 10:30 PM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 08:36 AM (IST)
बाहरी राज्यों के 16 जेई को बिजली बोर्ड में तैनाती पर मचा घमासान
बाहरी राज्यों के 16 जेई को बिजली बोर्ड में तैनाती पर मचा घमासान।

शिमला, जागरण संवाददाता। राज्य बिजली बोर्ड में जूनियर इंजीनियर (जेई) की नियुक्ति को लेकर बवाल मच गया है। बिजली बोर्ड में जेई के 29 पदों को भरा गया है। 29 में से 16 उम्मीदवार दूसरे राज्यों से संबंध रखते हैं। आयोग के माध्यम से हुई परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद ये चयनित हुए हैं। कांग्रेस और युवा कांग्रेस ने इसको लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

प्रदेश कांग्रेस कमेटी महासचिव और विधायक विक्रमादित्य सिंह ने शनिवार को पत्रकारों से कहा कि प्रदेश में 13 लाख से ज्यादा बेरोजगार युवा रोजगार की तलाश में है। सरकार इन युवाओं को दरकिनार कर दूसरे राज्यों के लोगों को रोजगार देने में लगी है। सरकार की प्राथमिकता प्रदेश के युवाओं के लिए होनी चाहिए। इससे पहले सचिवालय में दूसरे राज्यों के लोगों को नौकरियां बांटी गई थी। सरकार ने सत्ता में आने पर हर घर को रोजगार देने की बात कही थी। दो साल में केवल 28 हजार लोगों को ही नौकरियां दी गई हैं। हम दूसरे राज्यों के युवाओं के खिलाफ नहीं है लेकिन प्रदेश में सरकारी नौकरियों में पहला हक प्रदेश के युवाओं का है।

216 पदों में से 54 दूसरे राज्यों के : यदोपति

राज्य बिजली बोर्ड में जूनियर इंजीनियर इलेक्ट्रिकल के पदों पर नियुक्ति को लेकर विरोध तेज हो गया है। युवा कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष यदोपति ठाकुर ने कहा कि 16 नहीं बल्कि पूरी भर्ती प्रक्रिया में 54 दूसरे राज्यों के लोगों को जेई के पदों पर तैनात किया गया है। पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए यदोपति ठाकुर ने कहा कि 216 पदों के लिए भर्ती हुई थी। इसमें पहले जो रिजल्ट निकाला गया, उसमें 38 लोग दूसरे राज्यों के चुने गए थे। 48 लोगों ने ज्वाइन ही नहीं किया। वेङ्क्षटग लिस्ट में शामिल नामों को काल लेटर भेजे गए, जिनमें से 16 दूसरे राज्यों से संबंध रखते हैं। यह प्रदेश के युवाओं के साथ धोखा है, जिसे किसी भी सूरत में बर्दशत नहीं किया जाएगा। युवा कांग्रेस मुख्यमंत्री का घेराव करेगी। जगह-जगह पुतलें फूंके जाएंगे और काले झंडे दिखाए जाएंगे।

हिमाचल में 2019 से पहले दूसरे राज्यों के लोगों को थी भर्ती की पूरी छूट

हिमाचल में वर्तमान सरकार ने 19 नवंबर 2019 में आदेश जारी किए कि राज्य में क्लास थ्री व फोर की भर्ती में दूसरे लोग कम आ सकें, इसके लिए कुछ शर्तें लागू की थी। इसमें सरकार ने लागू किया था कि क्लास फोर की भर्ती के लिए हिमाचल से आठवीं या दसवीं हिमाचल से की होना अनिवार्य किया था। इसी तरह से क्लास थ्री की भर्ती के लिए 10वीं या 12वीं की परीक्षा हिमाचल से की होना अनिवार्य की है। हालांकि इस नियम से भी हिमाचल के बोनाफाइड आवेदकों को छूट रहेगी।

इससे पहले भारत का कोई भी नागरिक कर सकता था आवेदन

हिमाचल सरकार में नौकरी के लिए 2019 से पहले भारत का कोई भी नागरिक आवेदन कर सकता है। हिमाचल से शिक्षा की कोई शर्त नहीं थी। इससे दूसरे राज्यों के लोगों की संख्या हिमाचल के आफिसों में बढऩे लगी और हिमाचली रोजगार में पिछडऩे लगे तो सरकार ने ये फैसला लिया था।

2011-12 से पहले नेपाल व भूटान के लोग भी कर सकते थे आवेदन

राज्य में एक समय तक नौकरी के लिए सरकारी नौकरी के लिए नेपाल व भूटान के लोग भी आवेदन कर सकते थे। 2011-12 में तत्कालीन सरकार ने इसमें बदलाव कर सिटिजन आफ इंडिया किया था।

बिजली बोर्ड में जेई के लिए 2018 में जारी हुआ था विज्ञापन

बिजली बोर्ड में जिन पदों का रिजल्ट अब घोषित किया है, उनको भरने के लिए विज्ञापन 2018 में जारी किया था। नियमों के तहत पदों को भरने के लिए नियम विज्ञापन जारी करने के समय के लगते हैं।

सूची में दूसरे राज्यों के आवेदक

चयनित हुए आवेदकों की सूची में उत्तर प्रदेश से छह, बिहार से छह, दिल्ली से दो और उत्तराखंड का एक आवेदक चयनित हुआ है। एक आवेदक अन्य राज्य का भी चयनित हुआ है।

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