गुटबाजी की ज्वाला में भाजपा लाल
कांगड़ा में भाजपा की बैठक के बाद उठा बवाल और भी बढ़ा है। बैठक भले ही प्रदेश अध्यक्ष के मुद्दे को लेकर हुई हो पर इसकी लपटें कांगड़ा जिला में भी खूब उठी हैं। कांगड़ा में हुई बैठक का बहाना सिर्फ आपसी बातचीत का ही बनाया गया था पर उसके बाद कुछ को बैठक के बहाने बागी करार दिए जाने के बाद आपसी गुटबाजी की ज्वाला भी जिला में धधकी है।
दिनेश कटोच, धर्मशाला
विश्राम गृह कांगड़ा में भाजपा की बैठक के बाद उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। बैठक भले ही प्रदेश अध्यक्ष के मुद्दे को लेकर हुई हो पर इसकी लपटें कांगड़ा जिले में खूब उठी हैं। बहाना सिर्फ आपसी बातचीत का ही बनाया गया था लेकिन इस बहाने पदाधिकारियों को बागी करार देने के बाद गुटबाजी की ज्वाला जिले में खूब धधकी है।
सांसद किशन कपूर व पूर्व मंत्री रविंद्र रवि समेत अन्य नेताओं ने बैठक में भाग लिया था और इन्होंने पक्ष रखकर इसे आम बैठक करार दिया था। इसके बाद हुए पलटवार की चिंगारी नगरोटा बगवां हलके से उठी है। पूर्व मंडलाध्यक्ष डॉ. नरेश बरमानी ने भाजपा संगठनात्मक जिला कांगड़ा के अध्यक्ष समेत स्थानीय विधायक की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाया है। उन्होंने दोनों ही नेताओं पर हलके के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की अनदेखी पर आरोप लगाया है। धर्मशाला में सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में डॉ. नरेश बरमानी ने कांगड़ा के संगठनात्मक जिला अध्यक्ष चंद्रभूषण नाग पर पलटवार किया है। उन्होंने वरिष्ठ नेताओं को बागी की संज्ञा देने व उनसे मिलने पर षड्यंत्र करार देने वाले भाजपा के जिलाध्यक्ष को तुरंत पद से हटाने की पैरवी की है। उन्होंने कहा, इस मामले में पार्टी हाईकमान तुरंत संज्ञान ले। बकौल बरमानी, वह बागी शब्द से आहत हैं। तर्क दिया कि अगर वह बागी होते तो नगरोटा बगवां से भाजपा प्रत्याशी चुनाव नहीं जीतता। स्थानीय विधायक अरुण मेहरा की कार्यप्रणाली पर भी उन्होंने सवाल उठाए। बरमानी ने कहा, अरुण मेहरा श्वेत पत्र जारी करें कि ढाई साल में विधायक निधि कहां खर्च की है। उन्होंने कहा कि कांगड़ा में सांसद को सिर्फ नगरोटा बगवां के कार्यकर्ताओं की पीड़ा बताई थी।
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हमने किसी व्यक्ति विशेष पर आक्षेप नहीं किया है। अगर कोई खुद गलत है तो वह सामने आ रहा है। पार्टी सभी को एक साथ लेकर आगे बढ़ रही है।
-चंद्रभूषण नाग, अध्यक्ष संगठनात्मक जिला कांगड़ा
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विधानसभा क्षेत्र में कई विकास कार्य हुए हैं। अगर ये पूर्व मंडल अध्यक्ष को नजर नहीं आ रहे हैं तो उनमें सोच की कमी है। हलके में विकास कार्य जारी हैं।
-अरुण मेहरा, विधायक नगरोटा बगवां