तथ्यों के बिना आरोप लगाए तो कार्रवाई के लिए रहें तैयार : बिक्रम
ली व कौल के आरोपों पर पलटवार संवाद सूत्र जसवां परागपुर हिमाचल प्रदेश के उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर ने कांग्रेस नेता जीएस बाली और कौल सिंह के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा है कि भ्रष्टाचार के अड्डे की सरकार चलाने वाले कांग्रेस पार्टी के नेताओं के मुंह से शराफत का राग अच्छा नहीं लगता । सोमवार को ढलियारा में पत्रकारों को संबोधित करते हुए विक्रम ठाकुर ने कहा कि पूर्व आईपीएच मंत्री कौल सिंह के विभाग में हुए घोटाले का जिक्र करते
संवाद सूत्र, जसवां परागपुर : तकनीकी शिक्षा एवं उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर ने कांग्रेस नेता जीएस बाली और कौल सिंह के आरोपों पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेताओं के मुंह से शराफत का राग अच्छा नहीं लगता है। सोमवार को ढलियारा में पत्रकारों से बातचीत में मंत्री ने कहा कि पूर्व मंत्री कौल सिंह के कार्यकाल के दौरान उनके विभाग में हुए घोटाले की जांच अब भी जारी है और इसमें कई लोग दोषी पाए गए हैं। कहा कि भाजपा सरकार ने भ्रष्टाचार के मामलों पर त्वरित कार्रवाई की है।
पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का उदाहरण देते हुए कहा कि इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ था जब प्रदेश का मुखिया और उनका परिवार जमानत पर रिहा हुआ था। को-ऑपरेटिव बैंक भर्ती घोटाले का जिक्र करते हुए बिक्रम ठाकुर ने कहा कि नियमों को दरकिनार कर चहेतों को नौकरियां बांटी गई थीं जबकि सोशल मीडिया में कथित तौर पर लेन-देन की ऑडियो सामने आते ही वर्तमान सरकार ने स्वास्थ्य विभाग के निदेशक को बर्खास्त किया है। बकौल बिक्रम, विपक्ष को आलोचना का अधिकार है लेकिन यदि तथ्यों के बिना सरकार की छवि को धूमिल करने के लिए झूठे आरोप लगाए तो सरकार आपराधिक मामला दर्ज करने से भी गुरेज नहीं करेगी। सरकार ने वेंटिलेटर खरीद में पारदर्शिता का पालन किया है। भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान ही एम्स, मिनी पीजीआइ और ट्रिपल आइटी के साथ-साथ हर आइटीआइ को माकूल राशि उपलब्ध करवाई है। आरोप लगाया कि कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश को ऊपर और नीचे की खाई में बांटने का प्रयास किया है। मंत्री ने कहा कि सरकार को विपक्ष प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं है।