गो तस्करी रोकने वालों को सम्मानित करेगी विहिप
जिला चंबा के तहत किहार थाना क्षेत्र व पहले तीसा क्षेत्र में गोवंश तस्करी से बचाने के लिए गांवों को विहिप सम्मानित करेगी।
संवाद सहयोगी, डलहौजी : जिला चंबा के तहत किहार थाना क्षेत्र व पहले तीसा क्षेत्र में गोवंश तस्करी के मामले सामने आने पर विश्व हिदू परिषद (विहिप) जिला चंबा ने गहरी चिता जताई है। विहिप के जिला चंबा विभागाध्यक्ष चतरसेन शर्मा ने गोवंश तस्करी के मामले को रोकने में अहम भूमिका निभाने पर विहिप की ओर से संघणी क्षेत्र के जागरूक लोगों का आभार जताते हुए प्रशंसा की है। इन लोगों को विश्व हिदू परिषद द्वारा सार्वजनिक मंच से सम्मानित भी किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि विहिप की तीसा व चंबा इकाई पुलिस व प्रशासन को पहले ही तीसा सहित जिला के जम्मू-कश्मीर से सटे सीमा क्षेत्रों में गोवंश तस्करी के मामलों के संबंध में सूचित करती आई है, जबकि कुछ समय पहले तीसा में गोवंश तस्करी का मामला सामने आने व अब किहार थाना क्षेत्र के तहत गोवंश तस्करी के मामले में क्षेत्र के लोगों की जागरूकता के चलते जम्मू-कश्मीर के चार लोगों को हिरासत में लिए जाने से विहिप की सूचनाएं सही होने का प्रमाण मिलता है।
उन्होंने कहा कि सीमा क्षेत्रों में गोवंश की तस्करी के मामले चिता का विषय हैं जिन्हें पुलिस व प्रशासन को गंभीरता से लेते हुए गोवंश की तस्करी में संलिप्त असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने पुलिस विभाग से जिला में फेरी लगाने के लिए आने वाले लोगों पर भी कड़ी नजर रखने व अनिवार्य रूप से उनका पुलिस के पास पंजीकरण सुनिश्चित करने की भी अपील की है।
उन्होंने कहा कि फेरी वालों की आड़ में असामाजिक तत्व गांव, कस्बों में रैकी करते हैं जिसके बाद आपराधिक घटनाओं को ऐसे लोगों द्वारा अंजाम दिया जाता है। गोसदन में किया जाए शौचालय निर्माण
संवाद सहयोगी, चंबा : गो माता सेवा संगठन चंबा की ओर से नगर परिषद कार्यकारी अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर गोसदन भगोत बालू में आ रही समस्याओं के समाधान व अन्य तरह का कार्य करने की मांग उठाई है।
सेवा संगठन के अध्यक्ष नितिन गुप्ता, महासचिव हर्ष कमरोय, कोषाध्यक्ष नितिन प्लाह ने मांग की कि गोसदन में शौचालय निर्माण की व्यवस्था की जाए। नए शेड के शटर निकालकर उसकी जगह लोहे का दरवाजा लगाया जाए। नए शेड में जाली वाली सीढि़या लगाई जाएं। गोसदन के चारों ओर स्ट्रीट लाइट लगाई जाए। इसके अलावा जिस स्थान गाय पानी पीती हैं, वहां ऊपर शेड कर निर्माण किया जाए। साथ ही उक्त स्थान पर पानी के टैंक का निर्माण करवाया जाए व गोशाला में सप्ताह में कम से कम एक बार पशुपालन विभाग से डाक्टर व फार्मासिस्ट की टीम पहुंचकर गायों की जांच की जाए। उपरोक्त मांगों के अलावा संगठन सदस्यों का कहना है कि गोसदन में पशुओं के चारे के लिए सिर्फ तूड़ी ही उपलब्ध कराई जाती है। उन्होंने मांग की कि पशुओं के लिए अन्य तरह के चारे की व्यवस्था भी करवाई जाए, ताकि उन्हें खाने के लिए अलग-अलग चारा उपलब्ध हो सके।