दो साल से कछुआ गति से चल रहा सड़क का काम

आजादी के सात दशक बाद कुनेड़ वासियों का भाग्य रेखाओं से जुड़ने का सपना साकार होने लगा है लेकिन कछुआ गति व व्यवस्थित ढंग से निर्माण कार्य न होने के चलते लोगों की मुसीबतें आज भी जस की तस बनी हुई हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 04:05 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 04:06 PM (IST)
दो साल से कछुआ गति से चल रहा सड़क का काम
दो साल से कछुआ गति से चल रहा सड़क का काम

संवाद सहयोगी, चन्होता : आजादी के सात दशक बाद कुनेड़ वासियों का भाग्य रेखाओं से जुड़ने का सपना साकार होने लगा है लेकिन कछुआ गति व व्यवस्थित ढंग से निर्माण कार्य न होने के चलते लोगों की मुसीबतें आज भी जस की तस बनी हुई हैं।

क्षेत्र में अगर कोई व्यक्ति गंभीर रूप से बीमार हो जाता है तो उसे पालकी पर उठाकर सड़क तक पहुंचना पड़ता है। सोमवार को भी इस तरह का एक मामला सामने आया है।

लोगों ने बीमार व्यक्ति को पालकी में उठाकर कठिन रास्ता पार कर सड़क तक पहुंचाया। लोगों का कहना है कि किलोड़ से कुनेड़ के लिए सड़क निर्माण का कार्य शुरू हुआ तो लोग खुशी से झूम उठे कि अब उनका कई साल पुराना सड़क का सपना साकार होगा लेकिन करीब दो साल से दो किलोमीटर सड़क ही बन पाई है। सड़क आठ किलोमीटर बनाई जानी है। इस दो किलोमीटर कार्य में भी कटाई के दौरान निकलने वाली कच्ची मिट्टी को बिछाकर बनाए गए मार्ग का बरसात के दौरान भूस्खलन होने से बुरा हाल है।

कई स्थानों पर सड़क का नामोनिशान ही मिट गया है। बीमार लोगों को इलाज के लिए पालकी व पीठ पर उठाकर मुख्य सड़क तक पहुंचाना पड़ रहा है। तीन चार दिन पहले समस्या को लेकर संबंधित पंचायत प्रधान बिशनू राम ने उपायुक्त से बारिश के दौरान भूस्खलन के कारण बंद हुए मार्ग को जल्द खोलने के साथ कार्य को अंजाम दे रहे ठेकेदार को आदेश जारी कर कार्य को उचित मानकों पर अंजाम देने की गुहार लगाई थी। साथ ही लोक निर्माण विभाग अधिकारियों को समय-समय पर कार्य का निरीक्षण करने की भी मांग की थी। लोगों ने भी संबंधित विभाग से किलोड़-कनेड़ सड़क का कार्य जल्द पूरा करने के साथ भूस्खलन से बंद हुए मार्ग को खोलने की मांग उठाई है।

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